मौलिक शिक्षा महानिदेशक द्वारा जारी आदेश के अनुसार मिड-डे-मील वर्करों को अब हर छह के महीने भीतर अपना फिटनेस सर्टिफिकेट देना होगा। इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और मौलिक जिला शिक्षा अधिकारियों को लिखित पत्र के रूप में आदेश दिया गया हैं।
चंडीगढ़: सरकारी स्कूलों में मिलने वाले मिड-डे-मील की गुणवत्ता को निखारने के लिए मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने आदेश जारी किया। इसके तहत स्कूलों में काम करने वाले मिड-डे-मील वर्करों को अब हर छह महीने के बाद अपना फिटनेस सर्टिफिकेट विभाग को देना होगा। मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और मौलिक जिला शिक्षा अधिकारियों को इस आदेश के तहत लिखित पत्र जारी किया हैं। अब स्कूलों म कुक को हटाने और लगाने की प्रक्रिया निदेशालय के निर्देशानुसार जारी की जाएगी होगी। सूचना न मिलने पर स्कूल मुखिया के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल मुखिया पर भी होगी कार्रवाई
अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार Subkuz.com ने बताया कि स्कूल के मुखिया अपनी मनमानी करते है. अब कुक को हटाने और लगाने की प्रक्रिया निदेशालय के द्वारा जारी निर्देश अनुसार होगी। विभाग ने बताया कि प्रत्येक खंड के विद्यालयों में छात्र की संख्या और वहां काम करने वाले कुक के कार्य पर निगरानी स्थानीय डीडीओ (ड्रेइंग एंड डिसब्लिंग ऑफिसर) को रखनी होगी। कार्रवाई के दौरान स्कूलों में छात्रों की निर्धारित संख्या के अनुसार कुक नियुक्त न मिलने पर और मिड-डे-मील राशन की कमी पर स्कूल मुखिया के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।