Punjab Weather News: पंजाब में गर्मी के तीखे तेवरों ने तोडा 13 साल का रिकॉर्ड, लुधियाना सहित कई शहरों का तापमान 43 डिग्री पार, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Punjab Weather News: पंजाब में गर्मी के तीखे तेवरों ने तोडा 13 साल का रिकॉर्ड, लुधियाना सहित कई शहरों का तापमान 43 डिग्री पार, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
Last Updated: 16 मई 2024

पंजाब में इन दिनों लोगों को भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे लोगों की हालत खराब दिख रही है। पंजाब में गर्मी ने 13 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. लुधियाना शहर में तापमान बुधवार 43.7 डिग्री पहुंच गया।

लुधियाना: पंजाब में झुलसाने वाली भीषण गर्मी पड़नी शुरू हो गई। बुधवार (15 मई) को लुधियाना में अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस आंका गया था, जो सामान्य दिनों से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। यह इस सीजन का और पिछले कई सालों का सबसे गर्म दिन रहा। मौसम विभाग चंडीगढ़ ने Subkuz.com को बताया कि पिछले 13 वर्षों में लुधियाना में पहली बार 15 मई को दिन का तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है। इसके अलावा छह जिलों में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया हैं। इस भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों ने लोगों को काफी परेशान किया हुआ है। मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी करते हुए अगले चार दिन तक पंजाब के कई स्थानों पर लू चलने की संभावना हैं।

लू को लेकर चेतावनी जारी

मौसम विभाग ने बताया कि बठिंडा में अधिकतम तापमान 42.5, पटियाला, पठानकोट और बरनाला में 42.3, फिरोजपुर में 42.1, अमृतसर और चंडीगढ़ में 41.9 डिग्री सेल्सियस आंका गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार से अगले चार दिनों तक लू चलने की संभावना जताई है। विभाग ने इसके लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग ने लू को लेकर जारी एडवाइजरी में कहां है कि बच्चे, बुजुर्ग और मरीजों का खास तौर पर ध्यान रखा जाए। क्योकि उच्च तापमान से इनके लिए ज्यादा परेशानी पैदा कर सकता हैं। लोगों को प्यास न लगने पर भी पानी की पूर्ति रखनी हैं।

मानसून जल्द पहुंचेगा केरल

मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानसून को लेकर देशवासियों के लिए अच्छी खबर है। दक्षिण-पश्चिम मानसून 31 मई तक केरल के तट पर पहुंच सकता है। मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय कुमार महापात्र ने मीडिया से कहां कि मानसून जल्दी नहीं आ रहा लेकिन सामान्य तारीख के करीब पहुंच रहा है, क्योंकि केरल में आमतौर पर मानसून की बारिश एक जून से शुरू होती हैं।

मानसून को लेकर मौसम विभाग ने चार दिन का बफर समय भी रखा है  यानी यह 31 मई से चार दिन पहले या चार दिन बाद तक भी आ सकता है। अल नीनो के प्रभाव से मानसून में बाधा उत्पन्न होती है, लेकिन इस बार यह कमजोर स्थिति में है। यही नहीं मानसून की एंट्री के साथ यह पूरी तरह हट जाएगा। इस बार ला नीना स्थितियां एक्टिव हो रही हैं, जो भारत में अधिक और अच्छी बरसात का कारण बनती हैं।

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