पंजाब के बठिंडा में सरकारी स्कूल में एक शिक्षक और एक ही छात्र है. शिक्षक रोजाना एक छात्र को पढ़ाने के लिए स्कूल आते है. शिक्षक ने 50 घरो वाले गांव में घर-घर जाकर लोगों से अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजने की अपील की है. लेकिन एक भी परिवार अपने बच्चों को सरकारी स्कुल में पढ़ाने को तैयार नहीं है. सभी अपने बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ाते हैं.
शिक्षक ने बताया कि पंजाब सरकार ने स्कूल में मिड डे मील, खेल मैदान और लाइब्रेरी के साथ आधुनिक तकनीक है फिर भी लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजने से कतराते है.स्कूल में तीन साल से अकेले पढ़ रहे छात्र भिंडर सिंह ने बताया कि उसके गांव के अधिकतर बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ना पसंद करते है. क्योंकि उनके माता-पिता को लगता है की सरकारी स्कूल से प्राइवेट स्कूल अच्छे है और उनमे अच्छी शिक्षा भी दी जाती हैं.