भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर आसियान बैठक में भाग लेने के लिए दो दिवसीय जापान दौरे पर गए हैं। वहीं, जापान में क्वाड के विदेश मंत्री (Japan Quad S Jaishankar) की एक मीटिंग में भी शामिल होंगे। इस दौरान एस जयशंकर के आज यानि 28 जुलाई को जापान पहुंचने पर भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज द्वारा उनका स्वागत किया गया।
Jaishankar arrives Tokyo for Quad meeting: भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए रविवार (28 जुलाई) को दो दिवसीय यात्रा के दौरान टोक्यो पहुंचे। जहां जापान और मार्शल द्वीप गणराज्य में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने उनका जापान में शानदार स्वागत किया। बता दें कि जापान में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए मंत्री के आगमन की पुष्टि की।
विदेश मंत्री का दो दिवसीय जापान दौरा
बता दें कि भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर 28 से 30 जुलाई 2024 तक दो दिवसीय जापान के दौरे पर रहेंगे। इस दौरे के दौरान, वह जापान और अमेरिका समेत चार देशों के विदेश मंत्रियों के साथ क्वाड (Quadrilateral Security Dialogue) बैठक में भाग लेंगे। यह बैठक भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच के सहयोग को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
सूत्रों के मुताबिक, इस साल 2024 के लास्ट तक भारत में भी क्वाड नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाने वाली है। यह बैठक चारों देशों के नेताओं के बीच सहयोग को और मजबूत बनाने का एक महत्वपूर्ण मंच होगा, और इसमें सामरिक, आर्थिक, और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर गहन चर्चा की जाएगी।
क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक
मिली जानकारी के अनुसार, कल 29 जुलाई, सोमवार को क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के वरिष्ठ राजनयिक हिस्सा लेंगे। बताया गया कि यह बैठक क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक पहले इस साल के जनवरी महीने में होने वाली थी लकिन किसी कारणों की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया। इस दौरान यह बैठक हिरोशिमा में आयोजित क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन और उसके बाद न्यूयॉर्क में हुई अनुवर्ती बैठक के बाद आयोजित की जा रही है।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य
इस बैठक का उद्देश्य चार देशों के बीच के सहयोग को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सामूहिक दृष्टिकोण विकसित करना है। इसमें प्रमुख मुद्दों में क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक साझेदारी, जलवायु परिवर्तन, और अन्य सामरिक और वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी।
विदेश मंत्री स्तर की इस बैठक में क्वाड समूह की पिछले प्रयासों और वर्किंग ग्रुप के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। वहीं, क्वाड के सदस्य देशों के बीच के सामरिक और आर्थिक सहयोग पर चर्चा होगी। यह बैठक पिछले साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान क्वाड के विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद की जा रही है, जो कि एक महत्वपूर्ण संवाद और सहयोग का अवसर था।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी से की मुलाकात
28 जुलाई 2024 को, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के बीच टोक्यो में मुलाकात हुई। इस मुलाकात में, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की।
इस दौरान एस जयशंकर ने विदेश मंत्री एंटनी से अपनी मुलाकात की दो तस्वीरें एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की और उल्लेख किया कि "आज टोक्यो में ब्लिंकन से मिलकर बहुत अच्छा लगा। हमारा द्विपक्षीय एजेंडा लगातार आगे बढ़ रहा है। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा हुई। कल क्वाड एफएमएम (विदेश मंत्रियों की बैठक) में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।"
क्वाड की स्थापना क्यों की गई?
क्वाड की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देना है, विशेष रूप से यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थित है। बता दें कि क्वाड के चार सदस्य देश—भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया—इस समूह का हिस्सा हैं।
जिन्होंने नवम्बर 2017 में क्वाड की स्थापना के लंबे समय से लंबित प्रस्ताव को आकार दिया। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से सुरक्षित रखने के लिए एक नई रणनीति बनाने को लेकर इसका ध्यान रहा है।