अमेरिकी विदेश मंत्री चीन के दौरे पर, 5 सालों से किसी अमेरिकी सीनियर नेता ने नहीं था किया चीन का दौरा, क्या कम होगी कड़वाहट

 अमेरिकी विदेश मंत्री चीन के दौरे पर, 5 सालों से किसी अमेरिकी सीनियर नेता ने नहीं था किया चीन का दौरा, क्या कम होगी कड़वाहट
Last Updated: 18 जून 2023

 अमेरिकी विदेश मंत्री चीन के दौरे पर, 5 सालों से किसी अमेरिकी सीनियर नेता ने नहीं था किया चीन का दौरा, क्या कम होगी कड़वाहट 

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस समय चीन के दौरे पर हैं, ख़बरों के मुताबिक वो चीन पहुँच चुके हैं। पिछले 5 सालों में यह किसी भी अमेरिकी वरिष्ठ नेता का पहला दौरा है, गौरतलब है की पिछले कई वर्षों से अमेरिका और चीन के रिश्तों में कड़वाहट का माहौल रहा है, दोनों देशों के रिश्तों की ये कड़वाहट रशिया यूक्रेन वॉर और ताइवान मामले को लेकर और फिर अमेरिका के वायुक्षेत्र में दिखे तथाकथित जासूसी चीनी ग़ुब्बारा देखे जाने के बाद अपने चरम पर थी। अब अमेरिकी विदेश मंत्री चीन के दौरे पर पहुंचे हैं। 2021 में जो बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से एंटनी ब्लिंकन उनके कैबिनेट के पहले मंत्री हैं जो चीन का दौरा कर रहें हैं। 

रिश्तों में सुधार की कोशिश या फिर तुन कहें की चीन के दौरे की प्लानिंग अचानक नहीं बनी है, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस साल फरवरी में ही चीन का दौरा करने वाले थे पर ये दौरा टल गया, उनके दौरे को टाले जाने के पीछे अमेरिका के वायुक्षेत्र में दिखे तथाकथित जासूसी चीनी ग़ुब्बारा देखे जाने को माना जाता है, अमेरिका में चीनी ग़ुब्बारा देखे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था, गुब्बारे को लेकर वैसे चीन ने साफ़ किया था की ये कोई जासूसी गुब्बारा नहीं बल्कि मौसम की जानकारी इकठा करनेवाला गुब्बारा था जो की अपना रास्ता भटक कर अमेरिकी सिमा में चला गया था।  

चीन-अमेरिका रिश्तों पर चर्चा

चीन और अमेरिका दोनों सुपरपावर्स के बिच मतभेदों या तनाव कोई नै बात नहीं है पर पिछले कुछ सालों में कई मुद्दों को लेकर मतभेदों ने इस तनाव को काफी उचाई दी, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का ये दौरा इसी तनाव को कम करने की कोशिस जान पड़ती है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का ये दौरा दो दिनों का है, इस दौरे में वो विदेश नीति मामलों से जुड़े चीन के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात करेंगे, अभी तक ये कन्फर्म नहीं कहा जा सकता की वो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाक़त करेंगे या नहीं करेंगे। उनके दौरे का मकसद चाइना और अमेरिका के बिगड़ते रिश्तों में सुधार के लिए प्रयास करना है, और जानकारी के मुताबिक़ उनके मुलाकातों में मुख्य अजेंडा यही रहनेवाला है। करीब महीने भर पहले इसी तरह की कोशिश में अमेरिकी और चीनी अधिकारियों ने ऑस्ट्रिया के विएना में मुलाक़ात की थी। 

 

 

 

 

 

 

 

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