बांग्लादेश में जारी हिंसा और आतंकवाद के बीच Air India ने मंगलवार (6 August) शाम को नई दिल्ली से बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बीच एक विशेष उड़ान का संचालन किया, जिससे 6 नवजात बच्चों समेत 205 भारतियों को वतन वापसी करवाई।
New Delhi: बांग्लादेश (Bangladsh) में हाल ही में हुए तख्तापलट के बावजूद देश में अस्थिरता कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस स्थिति को देखते हुए कई एयरलाइंस ने अपनी फ्लाइट्स का संचालन रोक दिया था। हालाँकि, अब कई भारतीय एयरलाइंस कंपनियों ने ढाका के लिए फ्लाइट सर्विस फिर से शुरू करने का बड़ा ऐलान किया है।
इसी दौरान Air India ने दिल्ली से बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बीच एक विशेष उड़ान का संचालन किया, जिसकी मदद से छह बच्चों समेत 205 लोगों को भारत लाया गया। एक अधिकारी ने इस जानकारी की पुष्टि की है।
205 लगों की वतन वापसी
मिली जानकारी के अनुसार, ए321 नियो विमान से संचालित यह चार्टर्ड उड़ान मंगलवार (6 August) रात बांग्लादेश की राजधानी (Dhaka) से रवाना हुई थी। इस उड़ान के माध्यम से छह बच्चों और 199 वयस्कों समेत कुल 205 लोगों को भारत लाया गया।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारी ने बताया कि Air India ने ढाका में हवाई अड्डे पर बुनियादी ढांचा संबंधी चुनौतियों के बावजूद बहुत कम समय में इस विशेष उड़ान का संचालन किया। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली से उड़ान भरने वाले इस विमान में कोई यात्री नहीं था।
Air India के बाद दो दैनिक उड़ाने संचालित
अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एअर इंडिया (Air India) ने बुधवार (7 August) से दिल्ली और ढाका के बीच अपनी दो दैनिक उड़ानों का संचालन फिर से शुरू करने की घोषणा की है। मंगलवार को, कंपनी ने बांग्लादेश की राजधानी के लिए अपनी सुबह की उड़ान को रद्द कर दिया था, लेकिन शाम की उड़ान को निर्धारित समय पर रवाना किया था।
इसके तहत विस्तारा और IndiGo आज यानि बुधवार से निर्धारित समय के मुताबिक, ढाका के लिए अपनी उड़ानों का संचालन करेंगी। इन दोनों कंपनियों ने मंगलवार को बांग्लादेश की स्थिति को देखते हुए ढाका के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी थीं।
विस्तारा, मुंबई से ढाका के लिए दैनिक उड़ानों के साथ-साथ दिल्ली से हफ्ते में तीन उड़ानों का संचालन करती है। वहीं, इंडिगो सामान्यत: दिल्ली, मुंबई और चेन्नई से ढाका के लिए रोजाना एक-एक उड़ान, और कोलकाता से दो उड़ानों का संचालन करती है।
नौकरियों में आरक्षण को लेकर बढ़ा विवाद
बांग्लादेश वर्तमान में एक गंभीर राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है, जो विवादास्पद आरक्षण प्रणाली के खिलाफ कई हफ्तों से चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के कारण उत्पन्न हुआ है। बताया जा रहा है कि इस संकट की शुरुआत 15 साल से सत्ता में रही शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के और देश छोड़कर चले जाने से हुई है।
बांग्लादेश में आरक्षण प्रणाली 1971 के मुक्ति संग्राम में भाग लेने वाले लोगों के परिवारों के लिए 30 फीसदी नौकरियों को आरक्षित करती है। हालांकि, यह प्रणाली वर्तमान में विवादों और हिंसा का कारण बन गई है।
सरकार विरोधी इस भयानक हिंसक प्रदर्शनों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इन प्रदर्शनों के चलते देश में व्यापक अराजकता और अस्थिरता फैल गई है, जिससे बांग्लादेश की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है।