Iran: Tehran में गैस leak होने से बड़ा विस्फोट, हादसे के दौरान 2 लोगों की मौत, दस की हालत गंभीर

Iran: Tehran में गैस leak होने से बड़ा विस्फोट, हादसे के दौरान 2 लोगों की मौत, दस की हालत गंभीर
Last Updated: 30 अगस्त 2024

ईरान से एक बड़ी दुर्घटना की जानकारी आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गैस लीक के कारण ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के केंद्र में दो व्यक्तियों की मौत हो गई है और 10 अन्य लोग घायल हुए हैं। घायल व्यक्तियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।

Tehran: ईरान से एक बड़े हादसे की खबर आई है। जानकारी के अनुसार, गैस लीक होने के कारण ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के एक केंद्र में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि 10 अन्य लोग घायल हो गए हैं। यह लीक इस्फहान प्रांत में गार्ड की एक वर्कशॉप में हुआ, और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार, इस्फहान प्रांतीय गार्ड ने मृतकों की पहचान कैप्टन मोजतबा नाजारी और लेफ्टिनेंट कर्नल मोख्तार मोरशेदी के रूप में की है। गार्ड के बयान में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि क्या दोनों वरिष्ठ अधिकारियों की मौत गैस के साथ दम घुटने से हुई या गैस रिसाव के कारण कोई विस्फोट हुआ।

इससे पहले भी हुआ था विस्फोट

हाल के वर्षों में रिवोल्यूशनरी गार्ड की सुविधाओं पर कई खतरनाक विस्फोट हुए हैं। इनमें से सबसे गंभीर घटना 2011 में हुई, जब तेहरान के निकट एक मिसाइल बेस पर हुए विस्फोट में कमांडर हसन तेहरानी मोघदाम समेत 17 लोग मारे गए। हसन तेहरानी मोघदाम ने अर्धसैनिक बल के मिसाइल कार्यक्रम का नेतृत्व किया था।

इरान और इज़राइल के बीच बढ़े तनाव

शुरुआत में, अधिकारियों ने विस्फोट को एक दुर्घटना के रूप में बताया, लेकिन बाद में एक पूर्व कैदी ने कहा कि वहां मौजूद गार्ड को संदेह है कि यह हमला इज़राइल की ओर से किया गया था। इस मामले में उनसे पूछताछ की गई है। 31 जुलाई को हमास के प्रमुख राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया की ईरानी राजधानी में हत्या के बाद से इरान और इज़राइल के बीच तनाव बढ़ गया है।

हनियाह की मौत से इजराइल और ईरान में मची हड़कंप

ईरान ने हनियाह की हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया है, पर इजराइल ने इस पर कोई जिम्मेदारी नहीं ली। ईरानी शीर्ष अधिकारियों ने हनियाह की मौत के लिए इजराइल के खिलाफ प्रतिशोध लेने की कसम खाई है।

यह ध्यान देने योग्य है कि इजरायली अधिकारी आमतौर पर अपने देश की गुप्त सैन्य इकाइयों या मोसाद खुफिया एजेंसी द्वारा किए गए अभियानों को स्वीकार नहीं करते हैं। हालांकि, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लंबे समय से ईरान को अपने देश के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते रहे हैं।

 

 

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