किन्नर अखाड़े के संस्थापक का ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने पर विरोध, जानिए पूरा मामला 

किन्नर अखाड़े के संस्थापक का ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने पर विरोध, जानिए पूरा मामला 
अंतिम अपडेट: 4 घंटा पहले

ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाने के बाद विवाद गहरा गया है। संस्थापक अजय दास बड़ा एक्शन लेंगे, और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को पद से हटाया जा सकता है।

Mamta Kulkarni: पूर्व एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से विवाद गहरा गया है। इस फैसले को लेकर किन्नर अखाड़े में फूट सामने आई है। किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बड़ा एक्शन लेने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि स्त्री को महामंडलेश्वर बनाना अखाड़े के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसके परिणामस्वरूप लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, आज दोपहर तक इस फैसले की घोषणा हो सकती है।

लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर एक्शन की तैयारी

अजय दास ने कहा है कि स्त्री को महामंडलेश्वर बनाना किन्नर अखाड़े के सिद्धांतों के खिलाफ है, और इसी कारण लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटाने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने इस फैसले पर पलटवार करते हुए कहा कि अजय दास किन्नर अखाड़े से बाहर हो चुके हैं, और उनका अब किन्नर अखाड़े से कोई संबंध नहीं है। किन्नर अखाड़ा आज दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा, जिसमें इस मुद्दे पर और जानकारी दी जाएगी।

ममता के महामंडलेश्वर बनने पर संतों का विरोध

ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कई संतों ने विरोध व्यक्त किया है। उनका कहना है कि इस प्रतिष्ठित पद के लिए वर्षों के आध्यात्मिक अनुशासन और समर्पण की आवश्यकता होती है, जबकि ममता को एक दिन में ही यह पद दे दिया गया।

बाबा रामदेव ने भी इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ लोग, जो पहले सांसारिक सुखों में लिप्त थे, अब अचानक संत बनकर महामंडलेश्वर जैसी उपाधि प्राप्त कर रहे हैं।

ममता का बयान - महामंडलेश्वर बनने पर खुशी व्यक्त की

24 जनवरी को प्रयागराज महाकुंभ में ममता कुलकर्णी ने संगम पर पिंडदान किया और फिर किन्नर अखाड़े में उनका पट्टाभिषेक हुआ। ममता ने इस मौके पर कहा कि यह अवसर 144 सालों बाद आया है और उन्हें महामंडलेश्वर बनाया गया है। ममता ने कहा, "यह केवल आदिशक्ति ही कर सकती हैं। मैंने किन्नर अखाड़ा इसलिए चुना, क्योंकि यहां कोई बंदगी नहीं है, यह स्वतंत्र अखाड़ा है।" उन्होंने यह भी कहा कि जीवन में सब कुछ चाहिए, जिसमें एंटरटेनमेंट और ध्यान भी शामिल हैं।

ममता की कठिन परीक्षा

ममता कुलकर्णी ने बताया कि महामंडलेश्वर बनने से पहले उन्हें 4 जगतगुरुओं ने कड़ी परीक्षा ली। ममता के मुताबिक, उन्होंने कठिन सवालों के उत्तर दिए, जिससे वे समझ पाए कि ममता ने कितनी तपस्या की है। ममता ने कहा, "मुझसे 2 दिनों से आग्रह किया जा रहा था कि महामंडलेश्वर बनो, लेकिन मैंने कहा कि मुझे लिबास की क्या आवश्यकता है। इस कपड़े को तब धारण करूंगी जब मुझे यह सम्मिलित करना होगा, जैसे पुलिस वाला घर पर भी वर्दी नहीं पहनता।"

किन्नर अखाड़े में हलचल

इस घटनाक्रम के कारण किन्नर अखाड़े में हलचल मच गई है और विभिन्न पक्षों के बीच गहरी दरार दिखाई दे रही है। ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर होने वाला विवाद आगे किस दिशा में जाएगा, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा।

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