रघु राम ने 'रोडीज' को कहा अलविदा: गुस्से भरी छवि से मिली आज़ादी, 11 साल बाद बड़ा खुलासा

रघु राम ने 'रोडीज' को कहा अलविदा: गुस्से भरी छवि से मिली आज़ादी, 11 साल बाद बड़ा खुलासा
Last Updated: 2 घंटा पहले

'रोडीज' शो में रघु राम का गुस्सैल और सख्त अंदाज आज भी लोगों के बीच चर्चित है। उनके वो वायरल वीडियोज, जहां वह कंटेस्टेंट्स को डांटते हैं, आज भी दर्शकों को याद हैं। हाल ही में रघु राम ने खुलासा किया कि उन्होंने 11 साल पहले यह शो क्यों छोड़ा था। उन्होंने बताया कि शो के दौरान उन्हें जानबूझकर गुस्सैल और एग्रेसिव बनने के लिए कहा जाता था, जो उन्हें खुद सही नहीं लगता था।

अमीनजैज के पॉडकास्ट में रघु राम ने कहा कि उस समय उनका बर्ताव दर्शकों के लिए चौंकाने वाला हो सकता था, लेकिन वे बस अपनी नौकरी निभा रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर लोग उनके गुस्से को लेकर उनसे नफरत करते हैं, तो वह इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे। रघु राम ने बताया कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ी, दबाव भी बढ़ा, और इसी दबाव और बढ़ती दखलअंदाजी की वजह से उन्होंने और उनके भाई राजीव ने 'रोडीज' छोड़ने का फैसला लिया।

मेकर्स के दबाव में चिल्लाने का फैसला: रघु राम

रियलिटी शो 'रोडीज' के जज रघु राम ने हाल ही में खुलासा किया कि शो के मेकर्स उन्हें कंटेस्टेंट्स पर चिल्लाने के लिए दबाव डालते थे। रघु का मानना था कि शो में उनके गुस्से भरे अंदाज के पीछे मेकर्स की सोच थी, और यह एक शर्त के रूप में उन्हें निभाना पड़ता था। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि इस तरह का व्यवहार शो की सफलता का हिस्सा तो था, लेकिन इसके चलते वह खुद को खोते हुए महसूस करते थे। रघु ने कहा कि आज का 'रोडीज' मेकर्स की सोच का परिणाम है, लेकिन वह कभी इस तरह के गुस्से को अपनी पहचान नहीं बनाना चाहते थे। उनका मानना है कि उनका ऑन-स्क्रीन व्यक्तित्व, उनकी व्यक्तिगत सोच और समाज की परिस्थितियों का ही प्रतिबिंब था।

रघु राम ने साझा किया शो का दिलचस्प किस्सा

रघु राम, जिनकी छवि 'रोडीज' के गुस्से वाले जज के रूप में बन गई थी, ने हाल ही में एक खास वाकया साझा किया, जो उनके और एक प्रतियोगी के बीच एक सॉफ्ट मोमेंट था। रघु ने कहा कि वे हमेशा लोगों से वैसे ही मिलते हैं, जैसे वे उनसे मिलते हैं। उनका मानना था कि यदि कोई पहले से परेशान है, तो वे उसके साथ प्यार से पेश आते हैं।

रघु ने 'रोडीज 9' का एक इमोशनल पल याद करते हुए बताया कि एक प्रतियोगी, राजू बाबू चौधरी, जो वड़ा पाव का स्टॉल चलाता था, ने उनसे कहा, "सर, प्लीज एक बार मुस्कुराइए। मैं एक गरीब परिवार से हूं, अगर आप डांटेंगे तो मुझे डर लगेगा।" यह सुनकर रघु ने उसे गले लगा लिया। यह पल रघु के लिए बहुत खास था, क्योंकि इससे उन्हें यह अहसास हुआ कि हर इंसान को समझने और सहानुभूति से पेश आना चाहिए, न कि सिर्फ गुस्से और कठोरता के साथ।

रघु राम ने 'रोडीज' छोड़ने के कारणों पर खुलासा किया

रघु राम ने हाल ही में 'रोडीज' से बाहर होने के पीछे के कारणों पर विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि शो के निर्माताओं का लगातार बढ़ता हस्तक्षेप उनके लिए परेशानी का कारण बन गया था। रघु ने कहा, "उस समय मैं ऐसा व्यवहार कर रहा था, जो शायद लोगों को गलत लगा हो, लेकिन मैं अपनी नौकरी कर रहा था। सही या गलत का निर्णय उस वक्त मेरे लिए मुश्किल था, क्योंकि मेरा मुख्य उद्देश्य शो में प्रभाव डालना था।"

रघु ने इस बात पर भी जोर दिया कि वह अपने गुस्से और सख्त रवैये के लिए किसी से माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि वह समय की जरूरत के हिसाब से ऐसा कर रहे थे। उन्होंने यह भी साझा किया कि शो के निर्माताओं के बढ़ते दखलअंदाजी के चलते उन्हें महसूस होने लगा कि वह अब अपनी असली पहचान नहीं दिखा पा रहे थे। शो में सफलता प्राप्त करने के बावजूद वह खुद को वास्तविक रूप में प्रस्तुत नहीं कर पा रहे थे।

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