जयपुर में आयकर विभाग के सर्च ऑपरेशन के दौरान लग्जरी वेडिंग वेंडर्स के ठिकानों से भारी मात्रा में कैश और सोना बरामद हुआ है। चार दिनों से जारी इस कार्रवाई में अब तक 9.65 करोड़ रुपये की नकद राशि और 12 किलो 610 ग्राम सोने की जूलरी मिली है, जिसकी कीमत करीब 10.25 करोड़ रुपये बताई जा रही है। आयकर विभाग ने इन वेंडर्स के 22 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें से 16 ठिकानों पर सर्च पूरी हो चुकी है। खास बात यह है कि इस कार्रवाई में पहली बार क्रिप्टो करेंसी का खाता भी सामने आया है, जो जांच एजेंसियों के लिए एक नया मोर्चा खोलेगा।
पांचवे दिन विभाग छह ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन जारी रखे हुए है और इस कार्रवाई के जल्द खत्म होने की संभावना है। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार, लग्जरी वेडिंग वेंडर्स के ठिकानों से अब तक मिली संपत्ति और धनराशि ने अधिकारियों को चौंका दिया है। विभाग आगे इस संपत्ति के स्रोत और इसके इस्तेमाल की गहराई से जांच कर रहा है।
बरामदगी के आंकड़े
कैश: 9.65 करोड़ रुपये
सोना: 12 किलो 610 ग्राम (कीमत 10.25 करोड़ रुपये)
आयकर विभाग का कहना है कि इस कार्रवाई से जुड़ी आगे की जांच में और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।
19.9 करोड़ रुपये की अघोषित आय सीज
आयकर विभाग के सर्च ऑपरेशन के तहत अब तक 19.9 करोड़ रुपये की अघोषित आय जब्त की जा चुकी है। आज तालुका, मेपसॉर और इंडियन वेडिंग प्लानर के दो-दो ठिकानों पर कार्रवाई जारी है। यह बड़ी कार्रवाई गुरुवार सुबह शुरू की गई थी, जब विभाग ने लग्जरी वेडिंग वेंडर्स के 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इस ऑपरेशन में विभाग की इंवेस्टिगेशन टीम के दर्जनों अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे हैं।
अब तक की कार्रवाई में आयकर विभाग ने भारी मात्रा में कैश और सोने की जूलरी बरामद की है, साथ ही पहली बार क्रिप्टो करेंसी का खाता भी सामने आया है, जिसे लेकर जांच तेज कर दी गई है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह ऑपरेशन आने वाले दिनों में और विस्तार ले सकता है, और इससे जुड़ी और भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती है।
भाड़े के खातों से पैसे का लेन-देन उजागर
आयकर विभाग के सर्च ऑपरेशन के दौरान लग्जरी वेडिंग वेंडर्स के ठिकानों से 20 लॉकर्स को खंगाला गया, जिनसे भारी मात्रा में कैश और गोल्ड बरामद हुआ। जांच में यह पता चला कि इन वेंडर्स की रिसॉर्ट मालिकों और अन्य सर्विसेज से बड़ी सांठगांठ थी। ईवेंट प्लानर, फ्लोरिस्ट और डेकोरेटर्स के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की जा रही थी।
इसके अलावा, विभाग ने कई फर्जी और भाड़े के खातों के जरिए पैसे के लेन-देन का भी खुलासा किया है। कार्रवाई के दौरान कई फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी जब्त किए गए हैं, जिनका स्कैन किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इन उपकरणों से और भी अनियमितताएं सामने आ सकती हैं।