आयोध्या में नवरात्र पर बंद हुई मांस की खरीद, राम मंदिर में दर्शन की समय सारिणी में किया बदलाव

आयोध्या में नवरात्र पर बंद हुई मांस की खरीद, राम मंदिर में दर्शन की समय सारिणी में किया बदलाव
Last Updated: 02 अक्टूबर 2024

नवरात्र के अवसर पर अयोध्या जिले में तीन अक्टूबर से मांस, मुर्गा, मछली आदि की दुकानों को बंद रखा जाएगा। यह प्रतिबंध 11 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। शारदीय नवरात्र को ध्यान में रखते हुए, आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि, यानी तीन अक्टूबर से राम मंदिर में दर्शन की समय सारिणी में भी परिवर्तन किया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल कुमार मिश्र ने एक विज्ञप्ति भी जारी की है।

Ayodhya: नवरात्र के पर्व पर अयोध्या जिले में तीन अक्टूबर से मांस, मुर्गा, मछली आदि की दुकानों को बंद रखा जाएगा। यह प्रतिबंध 11 अक्टूबर तक लागू रहेगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए सहायक आयुक्त खाद्य-दो, मानिकचंद्र सिंह ने बताया। उन्होंने कहा कि यदि इस रोक के बावजूद मांस की बिक्री और भंडारण जारी रहता है, तो

विभाग के टेलीफोन नंबर 05278-366607 पर सूचना दी जाए, ताकि खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सके।

बदला गया मंदिर में दर्शन का समय

शारदीय नवरात्र के मद्देनजर, आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि, यानी तीन अक्टूबर से राम मंदिर में दर्शन के समय में बदलाव किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल कुमार मिश्र ने इस संबंध में एक विज्ञप्ति जारी कर जानकारी प्रदान की है।

इसी के साथ मंदिर की दिनचर्या में कई बदलाव किए गए हैं। ट्रस्ट ने भक्तों के दर्शन की अवधि को आधे घंटे कम कर दिया है। अब भक्त केवल सुबह सात बजे से लेकर रात नौ बजे तक ही दर्शन कर सकेंगे। पहले दर्शन सुबह साढ़े छह बजे से शुरू होते थे।

इसके अतिरिक्त, रामलला की मंगला और श्रृंगार आरती के समय में भी परिवर्तन किया गया है। अब मंगला आरती सुबह चार बजे के बजाय सुबह साढ़े चार बजे से होगी, जबकि श्रृंगार आरती सुबह छह बजे की जगह अब सुबह साढ़े छह बजे प्रारंभ होगी।

क्या होगा नया समय

समय राम मंदिर के व्यवस्थापक और ट्रस्ट के आमंत्रित सदस्य गोपाल राव ने राम मंदिर की प्रस्तावित दिनचर्या की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि प्रात: 4:30 से 4:40 बजे तक मंगला आरती होगी, इसके बाद 4:40 से 6:30 बजे तक पट बंद रहेगा, अभिषेक और श्रृंगार किया जाएगा। फिर 6:30 बजे श्रृंगार आरती होगी। 7:00 बजे से डी-1 (चेक प्वाइंट) से प्रवेश शुरू होगा, और 7:00 से 9:00 बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।

इसके बाद 9:00 से 9:05 बजे तक पट बंद रहेगा, और बालभोग अर्पित किया जाएगा। सुबह 9:05 से 11:45 बजे तक फिर से दर्शन होंगे, और 11:45 से 12:00 बजे तक पट बंद रहेगा, फिर राजभोग अर्पित किया जाएगा।

इसके बाद अपराह्न 12:00 बजे भोग आरती होगी। 12:15 बजे डी-1 से प्रवेश बंद कर दिया जाएगा, और 12:30 बजे तक दर्शन की अनुमति होगी। 12:30 से 1:30 बजे तक पट बंद रहेगा, और भगवान का शयन होगा। 1:30 बजे से डी-1 से प्रवेश फिर से प्रारंभ होगा, इसके बाद 1:30 बजे देव उत्थान, भोग और आरती होगी। 1:35 से लेकर सायं 4:00 बजे तक दर्शन किया जा सकेगा। 4:00 से 4:05 बजे तक पट बंद रहेगा, और फिर नैवेद्य अर्पित किया जाएगा।

इसके बाद 4:05 से 6:45 बजे तक दर्शन की व्यवस्था होगी। 6:45 से 7:00 बजे तक पट बंद रहेगा, फिर भोग अर्पित किया जाएगा। रात्रि 7:00 बजे संध्या आरती होगी, और इसके बाद 7:00 से 8:30 बजे तक दर्शन का समय रहेगा। 9:00 बजे डी-1 से प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। फिर 9:15 से 9:30 बजे तक पट बंद रहेगा, इसके बाद भोग अर्पित होगा। 9:30 से 9:45 बजे तक शयन आरती होगी, और रात 9:45 बजे से सुबह 4:30 बजे तक मंदिर के पट बंद रहेंगे, क्योंकि यह भगवान का शयन समय होगा।

Leave a comment