Atal Bihari Vajpayee death Anniversary: भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

Atal Bihari Vajpayee death Anniversary: भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
Last Updated: 16 अगस्त 2024

आज अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उनके स्मारक 'सदैव अटल' जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।

नई दिल्ली: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है। इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उनके स्मारक 'सदैव अटल' पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।

उपराष्ट्रपति और केंद्रीय रक्षा मंत्री ने भी दी श्रद्धांजलि

बता दें सदैव अटल जाकर उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री श्री जेपी नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य भी पूर्व प्रधानमंत्री की समाधि 'सदैव अटल' पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुईं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पूर्व पीएम वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए 'सदैव अटल' स्मारक पर उपस्थित थे। भाजपा के आधिकारिक हैंडल पर एक्स पर लिखा गया, "पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न, हमारे प्रेरणा स्रोत, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।"

अटल जी ने देश को मजबूत बनाया - अमित शाह

केंद्रीय मंत्री श्री अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहां कि उनके प्रधानमंत्री के कार्यकाल में उन्होंने देश को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत किया। जब भी राजनीतिक शुचिता, राष्ट्रहित के प्रति निष्ठा और सिद्धांतों के प्रति मजबूती की चर्चा होगी, उस दौरान अटल जी का नाम लिया जाएगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के माध्यम से राष्ट्रहित की विचारधारा को लोकप्रिय बनाया और प्रधानमंत्री के रूप में देश को मजबूती प्रदान की। शाह ने ट्वीट किया कि "भारत रत्न से सम्मानित अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"

* अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन परिचय

अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के एक प्रमुख व्यक्तित्व थे, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर, मध्य प्रदेश में हुआ था। वाजपेयी ने राजनीति, काव्य और पत्रकारिता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

1. प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी और माता का नाम कृष्णा देवी था। वाजपेयी की प्रारंभिक शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मीबाई कॉलेज) में हुई और उन्होंने आगे की पढ़ाई कानपुर के डीएवी कॉलेज से की। उन्होंने राजनीति विज्ञान में एम.. की डिग्री प्राप्त की।

2. राजनीति में प्रवेश

अटल बिहारी वाजपेयी 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और यहीं से उनका राजनीति की ओर रुझान बढ़ा। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में की और बाद में राजनीति में प्रवेश किया। वाजपेयी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रूप में उभरी।

3. प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल:- अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने थे।

* साल 1996 में 13 दिनों के लिए।

* साल 1998 से 1999 तक 13 महीनों के लिए।

* साल 1999 से 2004 तक पूर्ण कार्यकाल के लिए।

प्रधानमंत्री के रूप में वाजपेयी ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए जिनमें परमाणु परीक्षण, आर्थिक सुधार, और सड़क निर्माण योजना (स्वर्णिम चतुर्भुज) प्रमुख हैं। उनका नेतृत्व और उनकी कूटनीति के कारण भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया।

4. निधन (Death)

वाजपेयी एक उत्कृष्ट कवि भी थे। उनकी कविताएँ और भाषण आज भी भारतीय जनता के बीच लोकप्रिय हैं। उनकी प्रमुख कविताओं में "मौत से ठन गई", "कदम मिलाकर चलना होगा" और "गीत नया गाता हूँ" शामिल हैं। वाजपेयी का निधन 16 अगस्त 2018 को नई दिल्ली में हुआ। उनकी सरलता, दूरदर्शिता, और नेतृत्व क्षमता के कारण उन्हें "भारत रत्न" से सम्मानित किया गया और उनकी स्मृति भारतीय राजनीति में अमर रहेगी।

 

 

 

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