तेजस्वी यादव ने वादा किया कि सत्ता में आने पर मुसहर-भुईयां और गरीबों को पक्का मकान मिलेगा, ठेला-रिक्शा चालकों को सुरक्षा और शिक्षा को धर्म मानकर काम होगा।
Tejashwi Yadav: बिहार की राजनीति में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जातीय और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर बड़ा दांव खेलते हुए कई घोषणाएं की हैं।
तेजस्वी यादव ने एक जनसभा में कहा कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो मुसहर-भुईयां और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले परिवारों को पक्का मकान दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऑटो, ठेला और रिक्शा चालकों को परेशान नहीं किया जाएगा और गरीबों पर लाठी-डंडे नहीं चलेंगे।
शिक्षा को धर्म मानने की अपील
तेजस्वी ने कहा कि अगर समाज को सशक्त बनाना है तो स्कूल को मंदिर और शिक्षा को धर्म मानकर कार्य करना होगा। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के समय की याद दिलाते हुए कहा कि लालू खुद दलित बस्तियों में जाते थे, बच्चों को नहलाते और पढ़ाई के लिए प्रेरित करते थे।
20 साल से झोपड़ियों पर चला बुलडोज़र: तेजस्वी का आरोप
तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 20 वर्षों से बिहार की सरकार ने सिर्फ झोपड़ियों को उजाड़ने का काम किया है। लालू यादव के बाद कोई मुख्यमंत्री दलितों के लिए मकान नहीं बनवा सका।
महंगाई-बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप
तेजस्वी यादव ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया कि वे चुनावों में मंदिर-मस्जिद और धर्म के मुद्दे उठाकर बेरोजगारी और महंगाई जैसे असली मुद्दों को छिपाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के तहत सबसे अधिक गरीब जेलों में बंद हैं।
आरक्षण पर भाजपा को घेरा
उन्होंने कहा कि भाजपा "आरक्षण चोर" है। 65% आरक्षण लागू करने के बाद सत्ता से हटते ही उसे वापस ले लिया गया। अब इस मामले को लेकर RJD सुप्रीम कोर्ट तक जा चुकी है। उन्होंने मुसहर और दलित समुदाय से अपील की कि वे एकजुट होकर उन्हें मुख्यमंत्री बनाएं।
महारैली में मांझी परिवार पर निशाना
तेजस्वी यादव के समर्थन में आयोजित महारैली में जीतन राम मांझी पर भी निशाना साधा गया। वक्ताओं ने कहा कि सत्ता में आने के बाद मांझी ने सिर्फ अपने बेटे, बहू और रिश्तेदारों को पद दिलाए, जबकि मुसहर समाज की हालत नहीं सुधरी।