Buxar Bhagalpur Expressway: बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे परियोजना को लेकर सम्राट चौधरी ने जारी किया अपडेट, 11 जिलों को मिलेगा इसका फायदा

Buxar Bhagalpur Expressway: बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे परियोजना को लेकर सम्राट चौधरी ने जारी किया अपडेट, 11 जिलों को मिलेगा इसका फायदा
Last Updated: 2 घंटा पहले

बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे के संभावित मार्ग को लेकर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से भागलपुर, बांका और राज्य के 11 जिलों की यातायात व्यवस्था को सशक्त किया जाएगा।

Expressway: बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे के संभावित मार्ग को लेकर लोगों में उत्सुकता लगातार बढ़ रही है। हर कोई चाहता है कि यह एक्सप्रेस-वे उनके जिले से होकर गुजरे, जिससे मार्ग को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सरकार ने इस विषय पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है।

सम्राट चौधरी का बयान

राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने हाल ही में इंटरनेट प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि एनडीए सरकार के कार्यकाल में बिहार के विकास की गति तेज हो गई है और बक्सर से भागलपुर के बीच बनने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का सर्वे कार्य शुरू हो गया है।

11 जिलों को मिलेगा लाभ

चौधरी ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे से भागलपुर और बांका सहित राज्य के 11 जिलों की यातायात व्यवस्था को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। उनके इस बयान से यह संकेत मिलता है कि एक्सप्रेसवे गंगा के दक्षिण से होकर गुजरेगा।

संभावित मार्ग की चर्चा

हाल ही में ऐसी चर्चाएं भी थीं कि एक्सप्रेसवे को पटना के पास गंगा से उत्तर ले जाकर बेगूसराय के रास्ते बनाया जा सकता है। यदि ऐसा हुआ, तो बांका जिले को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा, जैसा कि उपमुख्यमंत्री ने अपनी पोस्ट में उल्लेख किया है।

पटना से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे?

बक्सर से भागलपुर की सीधी हवाई दूरी लगभग 300 किलोमीटर है, जबकि प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे की अनुमानित लंबाई 350 किलोमीटर बताई गई है। पहले, बिहार सरकार ने प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे को अरवल, जहानाबाद और बिहारशरीफ के रास्ते बनाने का सुझाव दिया था, लेकिन अब इसे पटना के रास्ते बनाने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है।

वर्तमान स्थिति

बक्सर से पटना तक पहले से ही फोरलेन हाईवे का निर्माण चल रहा है, जिसमें दो-तिहाई से अधिक काम पूरा हो चुका है। इस मार्ग के लिए एनएचएआई के पास पहले से ही छह लेन चौड़ी सड़क बनाने के लिए आवश्यक जमीन उपलब्ध है।

 

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