Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने किए कई बड़े-बड़े वादे, भाजपा की बढ़ गई परेशानी? अब क्या करेगी BJP

Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने किए कई बड़े-बड़े वादे, भाजपा की बढ़ गई परेशानी? अब क्या करेगी BJP
Last Updated: 30 दिसंबर 2024

अरविंद केजरीवाल का दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं, बुजुर्गों, और अब पुजारियों और ग्रंथियों के लिए बड़े वादे करना भाजपा के लिए एक चुनौती पैदा कर सकता है। उनकी योजनाओं में सामाजिक समूहों को लुभाने की कोशिश की जा रही हैं।

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) की तैयारी वाकई दिलचस्प हो गई है। केजरीवाल ने पिछले कुछ समय में जो बड़े ऐलान किए हैं, वे दिल्लीवासियों को लुभाने के लिए पूरी तरह से रणनीतिक रूप से किए गए हैं। इन ऐलानों के जरिए केजरीवाल न सिर्फ अपनी सत्ता बरकरार रखना चाहते हैं, बल्कि दिल्ली की जनता के बीच अपनी छवि और मजबूत करना चाहते हैं।

आम आदमी पार्टी की ओर से की गई ये घोषणाएं 

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में जिन पांच बड़े ऐलानों का जिक्र किया है, वे आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों के संदर्भ में राजनीतिक रणनीति का हिस्सा प्रतीत होते हैं। इन वादों को केजरीवाल के पक्ष में मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है, जबकि बीजेपी ने इसे दिल्लीवालों के लिए एक धोखा करार दिया है। आइए इन वादों पर नजर डालते हैं:

1. महिलाओं के लिए 2100 रुपये महीना: यह घोषणा महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। इससे न केवल महिलाओं के बीच आप पार्टी की लोकप्रियता बढ़ सकती है, बल्कि यह उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का वादा भी है। हालांकि बीजेपी इसे सिर्फ एक चुनावी प्रपंच मान रही है और दावा कर रही है कि ये वादे लागू नहीं होंगे।

2. संजीवनी योजना: 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का फ्री इलाज, यह कदम बुजुर्गों के लिए एक बड़ा राहत पैकेज हो सकता है। दिल्ली में बुजुर्गों की संख्या काफी अधिक है, और यदि यह योजना लागू होती है, तो इसका बड़ा असर हो सकता है। बीजेपी ने इसे सिर्फ चुनावी घोषणाओं के रूप में खारिज किया है, यह कहते हुए कि केजरीवाल वास्तविकता में कभी इन योजनाओं को लागू नहीं करेंगे।

3. बुजुर्गों के लिए पेंशन स्कीम: केजरीवाल का यह वादा बुजुर्गों के जीवन स्तर को सुधारने के उद्देश्य से है। बीजेपी इसे भी चुनावी हथकंडा मान रही है, जो पूरी तरह से लागू नहीं हो सकेगा। वे इसे वित्तीय असंवेदनशीलता और बेबुनियाद वादा मानते हैं।

4. 24 घंटे दिल्लीवासियों को साफ पानी: पानी की समस्या दिल्ली में हमेशा से एक बड़ी चिंता रही है। केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को 24 घंटे साफ पानी देने का वादा किया है, जो अगर लागू हुआ तो इससे बहुत बड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल ने पहले भी इस तरह के वादे किए हैं, जिनकी कोई पूरी योजना नहीं बनाई गई।

5. पुजारियों और ग्रंथियों के लिए सैलरी: यह ऐलान खासतौर से धार्मिक समुदाय को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इससे आम आदमी पार्टी हिन्दू वोट बैंक को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है, जिसे बीजेपी ने अपने पारंपरिक समर्थक वर्ग के रूप में विकसित किया है। बीजेपी इसे वोटबैंक की राजनीति और सस्ते चुनावी हथकंडे के रूप में देख रही है।

भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर किया पलटवार  

दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) के लगातार किए जा रहे वादों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ा प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी ने केजरीवाल के हर ऐलान को चुनावी रणनीति और लोगों से झूठे वादों के रूप में पेश किया है।

1. महिला सम्मान और संजीवनी योजना का पलटवार: जब केजरीवाल ने महिलाओं के लिए 2100 रुपये महीना और बुजुर्गों के इलाज के लिए संजीवनी योजना का ऐलान किया, तो बीजेपी ने इसे बड़ा छलावा करार दिया। बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी पिछले 10 सालों से दिल्ली में सत्ता में है, लेकिन अब तक किसी महिला या बुजुर्ग को इन योजनाओं के तहत कोई मदद नहीं मिली। बीजेपी का आरोप है कि चुनाव नजदीक आते ही केजरीवाल इन वर्गों को झूठे वादों से लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।

2. साफ पानी का वादा: दिल्लीवासियों को 24 घंटे साफ पानी देने का वादा करने के बाद बीजेपी ने इसका भी विरोध किया। उनका कहना है कि केजरीवाल ने पहले भी इस तरह के वादे किए थे, लेकिन कभी किसी को वास्तविक लाभ नहीं मिला। बीजेपी इसे केवल चुनावी प्रचार का हिस्सा मानती है।

3. चालीस पन्नों का आरोपपत्र: बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक चालीस पन्नों का आरोपपत्र जारी किया। आरोपपत्र में दिल्ली सरकार को 'कंगाल' बताया गया है, वहीं केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं को भ्रष्टाचार और निजी लाभ के आरोपों में घेरा गया। कवर पेज पर लिखा गया था, "दिल्ली सरकार हुई कंगाल, आप विधायक मालामाल और शीशमहल में केजरीवाल," जो पार्टी के नेताओं पर वित्तीय भ्रष्टाचार और गलत लाभ उठाने के आरोपों को उजागर करने की कोशिश है।

4. पुजारियों और ग्रंथियों के लिए ऐलान पर बीजेपी की प्रतिक्रिया: अरविंद केजरीवाल ने पुजारियों और ग्रंथियों के लिए सैलरी का ऐलान किया, जिस पर बीजेपी ने इसे चुनावी प्रपंच बताया। बीजेपी नेता का कहना था कि केजरीवाल 10 साल से मस्जिदों के मौलवियों और उनके सहयोगियों को सैलरी दे रहे थे, लेकिन अब चुनाव आते ही उन्हें पुजारियों और ग्रंथियों की याद आ रही है। बीजेपी का कहना है कि यह सिर्फ वोटों के लिए किया गया एक छलावा है।

Leave a comment