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दिल्ली मेट्रो का नया अध्याय, लाजपत नगर से शुरू होगी पहली तीन कोच वाली मिनी मेट्रो लाइन

दिल्ली मेट्रो का नया अध्याय, लाजपत नगर से शुरू होगी पहली तीन कोच वाली मिनी मेट्रो लाइन
अंतिम अपडेट: 5 घंटा पहले

दिल्ली मेट्रो की यात्रा अब एक नए दौर में प्रवेश करने जा रही है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) देश की पहली तीन कोच वाली मेट्रो लाइन शुरू करने जा रहा है, जो लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक के बीच लगभग 8 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर दौड़ेगी। 

Delhi Metro New Route: दिल्ली मेट्रो के फेज चार की लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक मेट्रो लाइन देश की पहली ऐसी मेट्रो लाइन बनने जा रही है, जिस पर तीन कोच की मेट्रो ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह कॉरिडोर अपने आप में अनोखा होगा, क्योंकि इसका पहला और आखिरी स्टेशन वर्तमान में मौजूद दो प्रमुख इंटरचेंज स्टेशनों से सीधे जुड़ा होगा। 

इसके माध्यम से लाजपत नगर मार्केट और सलेक्ट सिटी वॉक मॉल जैसे व्यस्त और लोकप्रिय स्थान सीधे मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे, जिससे यात्रियों की आवाजाही और भी सुगम हो जाएगी। यह लाइन न केवल भीड़भाड़ वाले इलाकों में सफर को आसान बनाएगी, बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या को भी काफी हद तक कम करने में मदद करेगी।

पहली बार छोटे प्लेटफॉर्म, हल्के ट्रेन सेट

इस कॉरिडोर की सबसे बड़ी विशेषता है – छोटे प्लेटफॉर्म और तीन डिब्बों वाली ट्रेन। डीएमआरसी के अनुसार, इस मिनी-मेट्रो लाइन के स्टेशन प्लेटफॉर्म मात्र 74 मीटर लंबे होंगे, जबकि आमतौर पर स्टैंडर्ड मेट्रो प्लेटफॉर्म 140 मीटर लंबे होते हैं। इससे न केवल निर्माण लागत घटेगी, बल्कि संचालन खर्च भी कम होगा।तीन कोच की मेट्रो ट्रेनें न सिर्फ बिजली की खपत कम करेंगी, बल्कि पर्यावरणीय प्रभाव भी घटेगा। डीएमआरसी का मानना है कि भविष्य में यात्रियों की संख्या के अनुसार ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी बढ़ाकर भीड़ का प्रबंधन किया जा सकता है, जिससे यात्री अनुभव बेहतर रहेगा।

आठ प्रमुख स्टेशन और इंटरचेंज का जाल

इस कॉरिडोर पर कुल 8 स्टेशन होंगे, जो दक्षिण और मध्य दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों को जोड़ेंगे। ये स्टेशन हैं:

१. लाजपत नगर – पिंक और वायलेट लाइन से इंटरचेंज
२. एंड्रयूज गंज – आवासीय क्षेत्र से सीधा कनेक्शन
३. ग्रेटर कैलाश - I – पॉश इलाके को मेट्रो से जोड़ना
४. चिराग दिल्ली – मैजेंटा लाइन से इंटरचेंज
५. पुष्पा भवन – सरकारी कार्यालयों तक पहुंच आसान
६. साकेत कोर्ट – न्यायिक और व्यावसायिक क्षेत्र को जोड़ेगा
७. पुष्प विहार – विभिन्न सेक्टरों में रहने वालों को लाभ
८. साकेत जी ब्लॉक – गोल्डन लाइन से इंटरचेंज और एयरपोर्ट तक आसान कनेक्टिविटी

कितने लोग करेंगे सफर?

शुरुआती अनुमान के मुताबिक, 2025 तक 80,000 यात्री रोजाना इस कॉरिडोर से सफर कर सकते हैं। 2041 तक यह संख्या बढ़कर 1.2 लाख हो सकती है। एक कोच में करीब 300 यात्री बैठ/खड़े सकते हैं, यानी एक ट्रेन में 900 यात्री एक साथ सफर कर पाएंगे। जनवरी 2025 में इस परियोजना की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। इसके बाद तीन साल के भीतर यह कॉरिडोर बनकर तैयार होगा। पहले इसे 2025 तक शुरू करने की योजना थी, लेकिन सरकारी स्वीकृति में हुई देरी के कारण समय-सीमा बढ़ गई।

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