दिल्ली में बढ़ते पावर कट पर आप नेता आतिशी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला। बिजली की मांग बढ़ी, सरकार ने कटौती से इनकार किया, विपक्ष ने विफलता बताई।
Delhi News: दिल्ली में बिजली संकट गहराता जा रहा है। आम आदमी पार्टी की नेता और पूर्व मंत्री आतिशी ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में लंबे-लंबे पावर कट लग रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब आम आदमी पार्टी की सरकार थी, तब दिल्ली के लोग इन्वर्टर और जनरेटर तक भूल चुके थे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी सरकार बनने के बाद राजधानी में बिजली संकट गहरा गया है और जनता परेशान हो रही है।
गर्मियों में बढ़ी बिजली की मांग
राजधानी में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। मार्च के महीने में ही बिजली की मांग 4361 मेगावाट तक पहुंच गई है। पिछले साल इसी अवधि में यह मांग 4482 मेगावाट थी। बिजली वितरण कंपनियों का कहना है कि इस साल गर्मी जल्दी बढ़ने से एयर कंडीशनर और कूलर की खपत बढ़ गई है, जिससे बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अप्रैल और मई के महीनों में यह मांग 9000 मेगावाट तक जा सकती है, जिससे बिजली की कमी और बढ़ने की संभावना है।
बिजली कटौती को लेकर जनता परेशान
दिल्ली के कई इलाकों में घंटों की बिजली कटौती हो रही है, जिससे लोग गर्मी में बेहाल हैं। कई इलाकों में इन्वर्टर और जनरेटर की मांग फिर से बढ़ने लगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें बिजली कटौती के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
बीजेपी सरकार का पलटवार
दिल्ली के ऊर्जा मंत्री आशीष सूद ने आम आदमी पार्टी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राजधानी में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए समर एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है और उस पर तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों को पर्याप्त सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं और बिजली नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है।
बिजली संकट पर सियासत तेज
बिजली संकट पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। आप का कहना है कि बीजेपी सरकार बनने के बाद बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है, जबकि बीजेपी इसे महज एक राजनीतिक स्टंट करार दे रही है। गर्मी के इस मौसम में दिल्ली में बिजली संकट का यह मुद्दा और अधिक तूल पकड़ सकता है।