कानपुर में हुए एकता गुप्ता हत्याकांड के मामले में पुलिस रिमांड पर लिया गया आरोपी कई अहम खुलासे कर रहा है। आरोपी ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता कबूल की और यह स्वीकार किया कि उसने एकता गुप्ता को मारने में मददगारों का साथ लिया था।
कानपूर: उत्तरप्रदेश के कानपुर के कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता की हत्या में अब एक नया सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस कस्टडी रिमांड में लाए गए आरोपी जिम ट्रेनर विमल ने एकता की हत्या में अपनी भूमिका स्वीकार की है, लेकिन इस मामले में किसी और की मदद के बारे में उसने पूरी चुप्पी साधी हुई है। हालांकि, उसने मददगार के सवाल का पूरी तरह से इन्कार नहीं किया, जिससे पुलिस को यह शक हुआ कि हत्या में किसी और का भी हाथ हो सकता हैं।
अब पुलिस इस दिशा में अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या आरोपी अकेला था या किसी और ने हत्या में उसकी मदद की। इस खुलासे से मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए पुलिस की जांच और भी महत्वपूर्ण हो गई हैं।
पुलिस के सामने आरोपी ने उगले राज
एकता गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रहे विवेचक धर्मेंद्र कुमार और उनकी टीम ने बुधवार को आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी को कस्टडी रिमांड पर लिया और उसे पूछताछ के लिए कोतवाली ले गए। इस दौरान आठ सब इंस्पेक्टरों और तीन इंस्पेक्टरों की टीम ने विमल से एक-एक कर सवाल किए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, विमल ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि उसका एकता के साथ प्रेम संबंध था, लेकिन उसने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह रिश्ता एकतरफा था या दोनों तरफ से।
जब उससे हत्या का कारण पूछा गया, तो विमल ने कहा कि वह हत्या नहीं करना चाहता था, लेकिन एकता अब उसे दुत्कारने लगी थी, जिससे वह मानसिक तनाव में था। इसके बावजूद, उसने पूरी घटना में किसी अन्य की मदद के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी और इस पर चुप्पी साधे रखी। पुलिस अब यह जांच रही है कि क्या विमल ने अकेले ही हत्या की या किसी और का हाथ था।
विमल सोनी ने अपनी पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि जिम में महिलाएं अक्सर खाने के लिए दलिया और अन्य सामान लेकर आती थीं, और वह अक्सर एकता और राहुल की लोकेशन गार्ड से प्राप्त करता था। जब उसे यह पूछा गया कि वह कितनी बार एकता के घर गया था, तो उसने इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और चुप हो गया।
इसके अलावा, डीएम ऑफिस में परिचितों से मिलने के सवाल पर उसने स्वीकार किया कि उसका वहां लंबे समय से आना-जाना था, जो यह इशारा करता है कि वह एकता और राहुल के संपर्क में था और उनका विश्वसनीय व्यक्ति बन चुका था।
विमल ने बताया - 'पहले से खुदा हुआ था गड्ढा'
विमल सोनी ने अपनी पूछताछ में यह भी खुलासा किया कि पुराने अधिकारियों के कारण उसकी कई लोगों से जान-पहचान हो गई थी और वह डीएम आवास पर नियमित रूप से जाता था। इस बात से यह संकेत मिलता है कि वह अपने संपर्कों और रिश्तों का इस्तेमाल करता था, जो उसकी विश्वसनीयता को और बढ़ाता था।
विमल से पूछे गए गड्ढे के बारे में सवालों पर उसने यह बताया कि गड्ढा पहले से खुदा हुआ था। पुलिस ने इसकी पुष्टि करने के लिए उन दो मजदूरों से भी पूछताछ की, जो ऑफिसर्स क्लब की पेंटिंग करने आए थे। मजदूरों ने बताया कि गड्ढे में सीढ़ी लगाई गई थी, जिससे यह साबित हुआ कि गड्ढा पहले से मौजूद था। हालांकि, विमल गड्ढा क्यों खोदवाया गया और किसने खोदवाया, इन सवालों पर चुप्पी साधे रहा। यह स्थिति पुलिस के लिए और अधिक संदेहास्पद हो गई है, क्योंकि अब यह प्रतीत होता है कि हत्या से पहले गड्ढे को जानबूझकर खोदा गया था, और इसकी योजना कहीं न कहीं और से जुड़ी हुई हो सकती हैं।
एडिशनल सीपी हरीश ने कहा कि...
एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा कि जांच के दौरान घटना का नाट्य रूपांतरण कराया जाएगा, जिससे कई सवालों के जवाब मिल सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि परिवार वालों के पूछे गए सवालों के भी जवाब लिए गए हैं, और इन जवाबों से कई नए सवाल सामने आए हैं, जो मामले को और जटिल बना रहे हैं।
उनका कहना था कि अभी पूछताछ का पर्याप्त समय है और आगे जो भी महत्वपूर्ण तथ्य सामने आएंगे, उन्हें विवेचना में शामिल किया जाएगा। इस तरह की जांच में हर पहलू को ध्यान से देखा जा रहा है, ताकि आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा सकें और मामले का सही निष्कर्ष तक पहुंचा जा सके।