फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में कभी भी सफल नहीं हो पाएगा। उन्होंने भाईचारे को बढ़ावा देने और नफरत को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया।
Jammu And Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को एक स्पष्ट बयान दिया कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में कभी सफल नहीं हो सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इस स्थिति को पाकिस्तान से जोड़ने का प्रयास कर रहे थे, वे निरर्थक साबित हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने भारत की ताकत को विविधता में एकता के रूप में बताया। उन्होंने कहा, "हमें भाईचारे को मजबूत करने और एक-दूसरे के प्रति नफरत को समाप्त करने की आवश्यकता है, ताकि हमारे देश में शांति, प्रगति और विकास संभव हो सके।
कश्मीर को पाकिस्तान से जोड़ने पर क्या बोले अब्दुल्लाह?
अब्दुल्ला ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि लोगों की नई सरकार से कई उम्मीदें हैं और उन्हें विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर विकास के रास्ते पर वापस लौटेगा। इस स्थिति में, हमें आज भी आतंकवाद का सामना उसी तरह करना होगा जैसे हम वर्षों से करते आ रहे हैं। हमें आतंकवादियों को पराजित करना होगा। अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में अलगाववादियों का उल्लेख करते हुए कहा, "जो लोग हमें पाकिस्तान से जोड़ने की कोशिश कर रहे थे, वे असफल हो गए हैं।
धर्म के नाम पर फैली नफरत को खत्म करें
जम्मू-कश्मीर भारत का गौरव है और हमेशा रहेगा। आज हमें धर्म के नाम पर फैली नफरत को समाप्त करने की आवश्यकता है, क्योंकि यह हमारे देश की एकता के लिए एक बड़ा खतरा बन रही है। चाहे हमारा धर्म या भाषा कोई
भी हो, हमें अपने देश में विविधता को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हम सभी भारतीय हैं, और हमें एकजुट रहना चाहिए, वरना भारत का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।
एनसी सड़क और बिजली के सुधार के लिए कर रही काम
अब्दुल्ला ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान रघुनाथ बाजार की खोई हुई महिमा पर भी प्रकाश डाला। जानकारी के अनुसार, साल 2022 में 'दरबार मूव' की प्रथा समाप्त होने के बाद इस बाजार की रौनक फीकी पड़ गई है। उन्होंने इस प्रथा को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे भाईचारा मजबूत हो सके और दोनों क्षेत्रों के बीच नजदीकी बढ़ सके।
अब्दुल्ला ने बताया कि एनसी यहां की सड़क की स्थिति में सुधार करने और स्मार्ट सिटी में बिजली उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है। जैसे ही जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा, यहां के लोगों को उच्चतम स्तर पर पोस्टिंग दी जाएगी। जम्मू-कश्मीर देश का सबसे प्रगतिशील राज्य था, जो हर क्षेत्र में आगे था, लेकिन पिछले 5 वर्षों से हम पीछे रह गए हैं। अब हमें इसे फिर से नई ऊंचाइयों पर ले जाने की आवश्यकता है।