गोपाल मंडल के ‘चुम्मा’ बयान पर मचा बवाल, अब सफाई देकर बचे या होगी कार्रवाई?

गोपाल मंडल के ‘चुम्मा’ बयान पर मचा बवाल, अब सफाई देकर बचे या होगी कार्रवाई?
अंतिम अपडेट: 3 घंटा पहले

बिहार के जदयू विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर अपने विवादित बयान के चलते सुर्खियों में हैं। होली मिलन समारोह के दौरान मंच से ‘चुम्मा’ पर की गई टिप्पणी का वीडियो वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ गया। उनके बयान पर चौतरफा आलोचनाएं हो रही हैं, जबकि विधायक इसे “गलतफहमी” करार दे रहे हैं।

भागलपुर: जदयू विधायक गोपाल मंडल अपने "चुम्मा" बयान को लेकर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। होली मिलन समारोह के दौरान दिए गए उनके इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक बवाल मच गया। विपक्षी दलों और महिला संगठनों ने उनके बयान की कड़ी आलोचना की है। गोपाल मंडल ने अपनी सफाई में कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है और उनकी कोई गलत मंशा नहीं थी, खासकर जब उनकी पत्नी और बच्चे भी मौके पर मौजूद थे। हालांकि, विपक्ष ने इस मुद्दे पर जदयू नेतृत्व से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

10 मार्च को नवगछिया उच्च विद्यालय में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भोजपुरी गायक छैला बिहारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान विधायक मंच पर डांस कर रहे थे, तभी उन्होंने एक महिला कलाकार को 500 रुपये देते हुए मजाक में कह दिया, "62 साल उम्र है, हम क्या ले सकते हैं चुम्मा?" बयान का वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद उनकी शब्दावली और व्यवहार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली।

गोपाल मंडल की सफाई – “गलत तरीके से पेश किया जा रहा है”

विवाद बढ़ने पर गोपाल मंडल ने अपनी सफाई दी और कहा कि उनकी बात का गलत मतलब निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा, "मैंने कुछ भी अभद्र नहीं कहा। मेरी पत्नी और बच्चे भी कार्यक्रम में मौजूद थे, ऐसे में किसी गलत हरकत का सवाल ही नहीं उठता।" इसके अलावा उन्होंने कहा, "अगर कोई अवॉर्ड जीतकर आता है, तो उसे प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा करना गलत नहीं है।"

राजनीतिक विरोधियों ने किया हमला

विधायक के इस बयान पर राजनीतिक दलों और महिला संगठनों ने कड़ी नाराजगी जताई है। विपक्ष ने जदयू नेतृत्व से मांग की है कि गोपाल मंडल पर कार्रवाई होनी चाहिए। यह पहली बार नहीं है जब गोपाल मंडल अपने बयानों की वजह से विवादों में घिरे हों। इससे पहले भी वे अशोभनीय भाषा और भड़काऊ टिप्पणियों के कारण सुर्खियों में रह चुके हैं।

अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या जदयू अपने विधायक के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी, या यह मामला भी समय के साथ ठंडा पड़ जाएगा? फिलहाल, पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अंदरखाने इस पर चर्चाएं तेज हो गई हैं।

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