Gorakhpur: सपा नेता काजल निषाद के साथ फ्लैट ठगी, 70 लाख रुपये का लगाया चुना, तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

Gorakhpur: सपा नेता काजल निषाद के साथ फ्लैट ठगी, 70 लाख रुपये का लगाया चुना, तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
Last Updated: 07 नवंबर 2024

सपा नेता काजल निषाद के साथ गोरेगांव मुंबई में फ्लैट खरीदने के नाम पर 70 लाख की धोखाधड़ी हुई। काजल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा कि 2015 में फ्लैट बुक कराया था और पूरी रकम जमा की, लेकिन अब तक कब्जा नहीं मिला। पुलिस ने तीन आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू की है।

Gorakhpur News: पिछले लोकसभा चुनाव में गोरखपुर सीट से सपा प्रत्याशी रहीं अभिनेत्री काजल निषाद के साथ गोरेगांव, मुंबई में फ्लैट के नाम पर ठगी हुई है। 2015 में काजल ने बिल्डर को फ्लैट के लिए 70 लाख रुपये दिए थे, लेकिन नौ साल बाद भी उन्हें ना तो फ्लैट मिला और ना ही रुपये वापस मिले। इसके चलते काजल ने गोरेगांव के दिंडोशी पुलिस में दो बिल्डरों और एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। हालांकि, इस मामले में तीनों आरोपियों ने काजल निषाद पर आरोप लगाते हुए कोर्ट जाने की धमकी दी है।

काजल निषाद के पति ने बताई धोखाधड़ी की कहानी

काजल निषाद के पति और फिल्म प्रोड्यूसर संजय निषाद के मुताबिक, उन्होंने 2015 में एक फ्लैट की बुकिंग कराई थी और सिनर्जी कंस्ट्रक्शन कंपनी को किश्तों में भुगतान भी किया था। इस फ्लैट के लिए सरिता मंत्री और शांति नारायण राठी के साथ करार हुआ था, और आरोपियों ने दावा किया कि फ्लैट का मलकाना हक सरिता के पति सुनील मंत्री के पास है। इसके बाद आरोपियों ने फ्लैट की रजिस्ट्री भी करा दी।

हालांकि, पजेशन से पहले पता चला कि फ्लैट का स्वामित्व विवादित है और उस पर अदालत का नोटिस भी चस्पा था, जिससे संजय और काजल निषाद को फ्लैट पर कब्जा नहीं मिल सका।

काजल निषाद के फ्लैट विवाद में नया मोड़

संजय निषाद के मुताबिक, फ्लैट के स्वामित्व को लेकर विवाद के बाद उन्होंने आरोपियों से अपने रुपये वापस मांगे, लेकिन शुरू में आरोपी टालमटोल करते रहे। फिर 2021 में एक समझौता हुआ, जिसमें तय हुआ कि फ्लैट का बाजार मूल्य 85 लाख रुपये है। इस पर वे सहमत हो गए और पहले 46.5 लाख रुपये का भुगतान किया, इसके बाद 15 लाख रुपये और दिए गए।

तभी 2022 में विधानसभा चुनाव गया और संजय निषाद अपनी पत्नी काजल निषाद के साथ गोरखपुर पहुंचे, जहां समाजवादी पार्टी ने काजल निषाद को कैंपियरगंज से टिकट दिया और बाद में गोरखपुर लोकसभा सीट से भी उनका नाम घोषित किया।

काजल के खिलाफ मानहानि केस का दावा

चुनाव खत्म होने के बाद संजय निषाद और काजल निषाद मुंबई वापस लौटे और फ्लैट की स्थिति की जांच की। इस दौरान तीनों आरोपियों ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया, जिसके बाद मजबूर होकर काजल निषाद ने दिंडोशी पुलिस में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

वहीं, आरोपी सुनील मंत्री ने इस मामले से अपने को अलग बताया और काजल निषाद के खिलाफ मानहानि का केस करने का दावा किया है। इसके साथ ही सिनर्जी कंस्ट्रक्शन के मालिक शांति नारायण राठी ने कहा कि फ्लैट का कब्जा कोर्ट के लिक्विडेटर ने ले लिया है और पैसा वापस करने का वादा किया था, लेकिन काजल निषाद ने फिर भी मुकदमा दर्ज करा दिया।

 

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