Gujarat: राजस्थान के बाद कच्छ में बोरवेल हादसा, 18 साल की लड़की फंसी, बचाव कार्य जारी

Gujarat: राजस्थान के बाद कच्छ में बोरवेल हादसा, 18 साल की लड़की फंसी, बचाव कार्य जारी
Last Updated: 1 दिन पहले

गुजरात के कच्छ जिले में 18 साल की लड़की सोमवार को बोरवेल में गिर गई। राहत और बचाव कार्य पिछले 6 घंटे से जारी है। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।

Gujarat: गुजरात के कच्छ जिले के एक गांव में सोमवार सुबह 18 साल की एक लड़की 540 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। यह घटना भुज के कंधेराई क्षेत्र की है। लड़की का नाम अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन घटना के बाद से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया है। जैसे ही यह घटना सामने आई, स्थानीय पुलिस, अग्निशमन विभाग और एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।

घटना की जानकारी

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लड़की सोमवार सुबह करीब 6 बजे बोरवेल में गिर गई। वह एक मजदूर परिवार से ताल्लुक रखती है। लड़की का बोरवेल में गिरने की सूचना सबसे पहले पास के स्थानीय लोगों को मिली। उन्होंने तुरंत घटना की जानकारी भुज प्रशासन, अग्निशमन विभाग और 108 एम्बुलेंस सेवा को दी। इसके बाद प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंच गए।

स्थानीय लोगों ने पहले बचाव कार्य की कोशिश की, लेकिन बोरवेल की गहराई के कारण उनकी कोशिशें नाकाम हो गईं। इसके बाद पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बचाव अभियान को आगे बढ़ाया। बोरवेल में फंसी लड़की को बाहर निकालने के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। साथ ही, अधिकारियों ने बोरवेल में एक विशेष कैमरा भी भेजा है ताकि लड़की की स्थिति का पता चल सके।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी 

रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम को भी बुलाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि रेस्क्यू टीम बोरवेल के पास खुदाई के लिए अतिरिक्त उपकरणों का इस्तेमाल कर रही है। हालांकि, बोरवेल की गहराई और संकरे स्थान के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन और बचाव दल लगातार यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लड़की को बचाने के लिए सभी सुरक्षा उपाय किए जाएं।

लड़की की आवाज की स्थिति

शुरुआत में, बोरवेल में गिरने के बाद लड़की की आवाज सुनाई दे रही थी, लेकिन अब कुछ समय से उसकी आवाज नहीं आ रही है। इससे रेस्क्यू टीम को थोड़ी चिंता है, लेकिन अधिकारी यह भी कह रहे हैं कि बोरवेल की गहराई और संकरे रास्ते के कारण आवाज का सुनाई देना मुश्किल हो सकता है।

राजस्थान में भी हुआ था ऐसा हादसा

यह घटना राजस्थान के सरुंड इलाके में हुई एक घटना की याद दिलाती है, जिसमें एक तीन साल की बच्ची 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। उस बच्ची को 10 दिनों के बाद बोरवेल से निकाला गया, हालांकि बाद में उसकी मृत्यु हो गई। उस बच्ची का नाम सुरीता था, और वह करीब 150 फीट की गहराई में फंसी हुई थी। राजस्थान के इस मामले में भी लगातार बचाव अभियान चलाया गया था, लेकिन अंत में बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी।

अधिकारियों की प्रतिक्रिया

घटना की जानकारी मिलने के बाद, स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने बोरवेल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है और बचाव कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ने की बात कही है। अधिकारी यह भी कह रहे हैं कि लड़की की जान बचाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं और यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।

बोरवेल दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा

बोरवेल दुर्घटनाएं देश में बढ़ती जा रही हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां बोरवेल खुले में छोड़े जाते हैं या सही से सील नहीं किए जाते। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कई राज्य सरकारों ने बोरवेल के लिए सख्त नियम और दिशा-निर्देश लागू किए हैं, लेकिन बावजूद इसके इन घटनाओं में कमी नहीं आ रही है।

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