Haryana Election 2024: हरियाणा में सियासी हलचल तेज, विनेश फोगाट के साथ प्रियंका, जुलाना में चलेगा 'ब्रह्मास्त्र'

Haryana Election 2024: हरियाणा में सियासी हलचल तेज, विनेश फोगाट के साथ प्रियंका, जुलाना में चलेगा 'ब्रह्मास्त्र'
Last Updated: 2 दिन पहले

प्रियंका गांधी आज जुलाना अनाज मंडी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाली हैं। इसके बाद, प्रियंका का अगला ठिकाना बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र होगा।

Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार का दौर अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है। सभी उम्मीदवार अब अपनी पूरी ताकत प्रचार में लगा रहे हैं। इसी संदर्भ में, कांग्रेस ने इस बार की सबसे चर्चित उम्मीदवार विनेश फोगाट के समर्थन में प्रियंका गांधी को चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। ऐसे में कांग्रेस की ओर से बुधवार (2 अक्टूबर) को प्रियंका गांधी जींद के जुलाना में एक जनसभा को संबोधित करेंगी।

जनसभा को करेंगी संबोधित: प्रियंका 

पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रियंका गांधी सुबह 11:00 बजे हेलीकॉप्टर के द्वारा जुलाना पहुंचेंगी। इसके बाद वह जुलाना की अनाज मंडी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी। इस जनसभा के बाद प्रियंका गांधी का अगला लक्ष्य बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र होगा। वह हेलीकॉप्टर के माध्यम से वहां पहुंचेंगी, जहां वह एक और चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी।

जुलाना सीट पर होगा तगड़ा मुकाबला

इस बार जुलाना में मुकाबला बहुत ही तगड़ा है। आपको बताएं कि जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस ने इस बार अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फोगाट को चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। बीजेपी ने कैप्टन योगेश बैरागी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि आम आदमी पार्टी ने कविता दलाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इनेलो-बसपा गठबंधन के तरफ से डॉ. सुरेंद्र लाठर चुनावी संघर्ष में हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर इनेलो के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी।

जुलाना सीट: इनेलो का प्रमुख केंद्र

जुलाना विधानसभा सीट जाट समुदाय के लिए प्रमुख मानी जाती है। यहाँ के जाट मतदाता चुनावों में जीत और हार का निर्णय करते हैं। इस सीट को इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) का मजबूत गढ़ समझा जाता है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी इनेलो ने यहाँ शानदार जीत दर्ज की थी। अब तक हुए 13 विधानसभा चुनावों में केवल चार बार ही कांग्रेस इस सीट पर विजय हासिल कर सकी है। पिछले 15 वर्षों से कांग्रेस यहाँ चुनावी सफलता प्राप्त नहीं कर पाई है, जबकि उसने 2004 के विधानसभा चुनाव में जीत का स्वाद चखा था।

Leave a comment