हरियाणा विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी की खटाखट पर प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी का बड़ा असर पड़ा है। हरियाणा में भाजपा की सरकार तीसरी बार बनती हुई नजर आ रही है। चेहरे में बदलाव करके नए उम्मीदवारों को उतारने से भाजपा को फायदा हुआ है। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की रैली के बाद भाजपा के पक्ष में सकारात्मक वातावरण बना।
Haryana Election: मतगणना के अनुसार, प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनने की संभावना है। नई सरकार में पिछले दो बार की तरह दक्षिण हरियाणा की महत्वपूर्ण भूमिका बनी रहेगी। अब तक के रुझानों पर नजर डालें तो, दक्षिण हरियाणा में मुस्लिम बहुल नूंह को छोड़कर रेवाड़ी, नारनौल, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, सोनीपत और फरीदाबाद में भाजपा का प्रदर्शन बेहतर नजर आ रहा है।
हालांकि, मतगणना के अभी पांच से सात चक्र बाकी हैं। कुछ सीटों पर कांटे का मुकाबला चल रहा है। परिणाम कुछ भी हो सकता है। चुनाव की अधिसूचना के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा था कि भाजपा को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ेगा।
मोदी और अमित की शाम की रैली ने बदला माहौल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की रैली ने हरियाणा में चुनावी माहौल को बदल दिया है। कांग्रेस ने "भाजपा गई, कांग्रेस आई" के नारे के साथ अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की थी, लेकिन अंतिम चरण में सोनीपत और पलवल में हुई प्रधानमंत्री की रैली ने भाजपा के अंदर एकजुटता को और मजबूत कर दिया।
इससे पहले, कांग्रेस ने संविधान में बदलाव, अग्निवीर योजना और किसानों को दी जाने वाली न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जैसे मुद्दों को उठाया था। इन मुद्दों पर कांग्रेस को एक-एक करके जवाब देते हुए घेराबंदी की गई। यही काम रेवाड़ी और गुरुग्राम में हुई रैली में अमित शाह ने भी किया, जिससे जनता के बीच एक स्पष्ट संदेश गया।
मोदी की गारंटी पर विश्वास
राहुल गांधी ने सोनीपत और महेंद्रगढ़ की रैलियों में महिलाओं के खातों में हर महीने 2100 रुपये भेजने का आश्वासन दिया और कई अन्य दावे किए। सोनपत में उन्होंने गोहाना की जलेबी का भी स्वाद लिया, लेकिन जलेबी की मिठास मतदाताओं तक नहीं पहुंच पाई, और लोगों ने मोदी की गारंटी पर विश्वास कर मतदान किया। सोनीपत की एक सीट पहले से ही भाजपा ने अपने नाम कर ली है, जबकि चार सीटों पर वह आगे चल रही है। यहां की चार सीटें पहले कांग्रेस के पास थीं। फरीदाबाद में भाजपा पांच सीटों पर आगे है, जबकि एक सीट पर कांग्रेस का कब्जा पहले से है।
कांटे की लड़ाई में फंसे चौधरी उदयभान
पलवल सीट भाजपा के हाथ में जाती हुई नजर आ रही है। उम्मीदवार गौरव गौतम ने बड़ी लीड के साथ कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण दलाल को पीछे छोड़ दिया है। होडल में कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान एक कठिन चुनौती का सामना कर रहे हैं। हथीन सीट हालांकि भाजपा के हाथ से जाती नजर आ रही है।
नूंह की तीन सीटों पर कांग्रेस का पहले की तरह कब्जा होता दिखाई दे रहा है। रेवाड़ी सीट भी भाजपा के नियंत्रण में जा सकती है। निवर्तमान विधायक चिरंजीव राव भाजपा की लक्ष्मण रेखा को पार नहीं कर पा रहे हैं। कोसली के निवर्तमान विधायक लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार से लगातार आगे बने हुए हैं। बावल सीट पर भाजपा लगभग अपना कब्जा जमा चुकी है।
महेंद्रगढ़ से कांग्रेस के निवर्तमान विधायक राव दान सिंह पीछे चल रहे हैं। कोसली, नारनौल और नांगल चौधरी में भी भाजपा आगे है। अटैली में भाजपा की आरती राव बसपा के ठाकुर अतरलाल से पीछे चल रही हैं। उम्मीद की जा रही है कि यादवों के गांव से उन्हें अच्छी बढ़त मिलेगी। रेवाड़ी, गुड़गांव, बादशाहपुर, बावल और कोसली में चेहरे बदलने का लाभ भाजपा को मिलते हुए दिखाई दे रहा है।