Haryana Politics: हरियाणा में विपक्ष का नेता बनने की दौड़! हुड्डा या कोई और? क्या होगा कांग्रेस का अगला कदम?

Haryana Politics: हरियाणा में विपक्ष का नेता बनने की दौड़! हुड्डा या कोई और? क्या होगा कांग्रेस का अगला कदम?
Last Updated: 3 घंटा पहले

हरियाणा में विपक्ष के नेता के चयन में देरी हो रही है, लेकिन जल्द ही यह पद भरा जाएगा। भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावेदार हैं, जबकि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस व्यस्त है।

Haryana: फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र शुरू होगा, और विपक्ष के नेता का चयन भी इस दौरान हो सकता है। भाजपा सरकार को लगभग तीन माह पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कांग्रेस विपक्ष के नेता का चयन नहीं कर पाई है। कांग्रेस के शीर्ष नेता इस समय दिल्ली विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं, जहां पांच फरवरी को मतदान और आठ फरवरी को चुनाव नतीजे आएंगे। इसके बाद ही कांग्रेस नेता हरियाणा की ओर ध्यान देंगे।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता के दावेदार

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता के प्रमुख दावेदार हैं। वे दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पिछली भाजपा सरकार में भी विपक्ष के नेता थे। हालांकि, इस बार कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के कारण पार्टी हरियाणा में सत्ता से वंचित रह गई और भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही।

कांग्रेस के भीतर आपसी कलह की स्थिति

कांग्रेस में गुटबाजी के कारण पार्टी के शीर्ष नेता नाराज हैं और उन्होंने हरियाणा कांग्रेस को फिलहाल अपने हाल पर छोड़ दिया है। प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के बीच पार्टी की हार को लेकर तलवारें खिंची हुई हैं। इसके अलावा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के बीच अभी तक सुलह नहीं हो पाई है, जो पार्टी के भीतर असंतोष का कारण बना है।

दिल्ली चुनाव के कारण हरियाणा नेताओं की भूमिका सीमित

आपसी कलह के कारण दिल्ली चुनाव में हरियाणा के ज्यादातर पार्टी नेताओं की ड्यूटी नहीं लगाई गई। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बजाय, उनके सांसद बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस ने दिल्ली के चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है। वहीं, हुड्डा विरोधी खेमे की तरफ से रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा को स्टार प्रचारक नियुक्त किया गया है।

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली चुनाव से बाहर रखा गया है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली में कांग्रेस की जीत के लिए अप्रत्यक्ष रूप से कमान संभाली हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री के दिल्ली आवास पर कांग्रेस नेताओं, सांसदों और विधायकों की लगातार बैठकें चल रही हैं।

हुड्डा का दिल्ली में भाजपा और आप पर हमला

भूपेंद्र सिंह हुड्डा दिल्ली में भाजपा और आप पर हमलावर हैं और कांग्रेस के समय में दिल्ली के विकास को याद करते हुए दावा कर रहे हैं कि दिल्ली में वास्तविक विकास उनके कार्यकाल के दौरान हुआ था, जबकि उसके बाद किसी भी दल ने दिल्ली की चिंता नहीं की।

प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव में देरी कोई विशेष बात नहीं: हुड्डा

भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि कर्नाटक में भाजपा ने भी विपक्ष के नेता का चयन कई महीनों बाद किया था, इसलिए हरियाणा में देरी होना कोई खास बात नहीं है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 23 फरवरी को हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है, जिसमें बजट सत्र की तारीख घोषित होगी।

बजट सत्र से पहले विपक्ष के नेता का चयन

अभी उम्मीद की जा रही है कि हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र 14 फरवरी से शुरू हो सकता है और 21 फरवरी को राज्य का बजट पेश किया जा सकता है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संकेत दिए हैं कि दिल्ली चुनाव के बाद और बजट सत्र से पहले कांग्रेस का संगठन भी मजबूत हो जाएगा और विपक्ष के नेता का चयन भी हो जाएगा।

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