हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की उल्लेखनीय जीत के बाद, सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस पर हमले तेज हो गए हैं। इस सफलता को भाजपा के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है, और इसके बाद राजनीतिक माहौल में विपक्षी दलों के खिलाफ अधिक आक्रामक बयानबाजी और रणनीति अपनाई जा रही हैं।
चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हरियाणा विधानसभा चुनावों में मिली बड़ी जीत से उत्साहित है, और इस जीत के बाद नायब सिंह सैनी दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री चंडीगढ़ में भाजपा द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण सम्मेलन में शामिल होंगे।
इस सम्मेलन का मुख्य एजेंडा विकास के मुद्दों पर चर्चा करना, साथ ही संविधान के 'अमृत महोत्सव' को मनाने के कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श करना है। इसके अलावा, इस आयोजन में आपातकाल के 50 साल पूरे होने के संदर्भ में लोकतंत्र पर खतरे की याद और लोकतंत्र की 'हत्या की कोशिश' को भी चर्चा का विषय बनाया जाएगा। यह सम्मेलन भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां वह अपने प्रमुख मुद्दों पर केंद्रित नीति निर्धारण और भविष्य की रणनीतियों पर विचार करेगी।
NDA के मुख्यमंत्रियों की बैठक में राष्ट्रीय विकास के मुद्दों पर दिया जाएगा जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा हरियाणा में आयोजित होने वाले इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिसे हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद विपक्ष पर नए हमले के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा के इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है, जिसमें संविधान के 'अमृत महोत्सव' का उत्सव मनाना और लोकतंत्र पर आपातकाल के दौरान हुए हमले की 50वीं वर्षगांठ को याद करना शामिल हैं।
यह सम्मेलन भाजपा की रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सभा होगी, जिसमें विपक्षी दल, खासकर कांग्रेस, पर तीखे हमले किए जा सकते हैं, क्योंकि भाजपा इसे अपनी जीत को और अधिक मजबूती से राष्ट्रीय पटल पर रखने का अवसर मान रही है। भाजपा ने बयान में कहा है कि इस कार्यक्रम का व्यवस्थित एजेंडा राष्ट्रीय विकास के साथ-साथ लोकतंत्र के मुद्दों पर चर्चा करना है, जिसमें लोकतंत्र की "हत्या के प्रयास" की वर्षगांठ भी शामिल होगी।
बैठक में ये मंत्री होंगे शामिल
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो भाजपा के इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में चर्चा का नेतृत्व करेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद यह सम्मेलन शुरू होगा, जो भाजपा और एनडीए के नेताओं के लिए एक प्रमुख राजनीतिक आयोजन माना जा रहा हैं।
इस सम्मेलन में भाजपा के 13 मुख्यमंत्री और 16 उपमुख्यमंत्री शामिल होंगे, जबकि महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, सिक्किम, नगालैंड, और मेघालय के मुख्यमंत्री भाजपा के सहयोगी दलों से हैं। यह बैठक एनडीए के मुख्यमंत्रियों का पिछले कुछ वर्षों में पहला ऐसा सम्मेलन है, और भाजपा इसे आगामी विधानसभा चुनावों, विशेषकर महाराष्ट्र और झारखंड, से पहले विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के खिलाफ अपनी रणनीति तैयार करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देख रही हैं।