Himachal Heavy Rains: मंडी में बादल फटने से मची तबाही, पानी में बहने से एक की मौत और 10 लोग लापता; कई घर भी हुए तबाह
हिमाचल के मंडी जिला में बुधवार देर रात बादल फटने से बड़ी तबाही मची है। इस घटना में एक की मौत और कई लोग लापता हो गए। अचानक से आई बाढ़ में तीन-चार घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के राजवन गांव में बुधवार (१ अगस्त) आधी रात को बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। इस घटना में एक की मौत और 10 से अधिक लोग लापता हो गए हैं. अचानक से आई इस बाढ़ में तीन-चार घर भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए है। दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण प्रशासन, पंचायत प्रतिनिधियों और टिक्कन उपतहसील के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। मोबाइल सेवा भी पूरी तरह ठप है। संपर्क मार्ग भी तहस-नहस हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक मंडी उपायुक्त देवगन कुमार राहत एवं बचाव दल के साथ धम्चयाण (घटनास्थल) के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें इसके अलावा राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ (National Disaster Response Force) व एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष) को भी मौके पर बुलाया गया है। जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान के लिए वायुसेना से भी सहायता मांगी हैं।
कब और कैसे घटित हुई ये घटना?
बता दें बुधवार देर रात करीब 12:38 बजे राजवन गांव में बादलों की गड़गड़ाहट और तेज बारिश के बीच जोर का धमाका हुआ। उसके बाद कुछ ही समय में चारों ओर पानी-पानी हो गया। इससे पहले की लोग कुछ समझ पाते पानी का तेह बहाव अपने साथ सब कुछ बहाकर ले गया। अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद आधी रात को ही प्रशासनिक मशीनरी और सुरक्षा दल पूरी तरह से सक्रिय हो गए। इस घटना में एक की मौत और कई लोग लापता हो गए।
हिमाचल सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन ने बादल फटने की दर्दनाक घटना, मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी और संपर्क मार्ग पूरी तरह से बंद होने के कारण पद्धर उपमंडल के शिक्षण संस्थानों में एक दिन (आज) की छुट्टी घोषित कर दी है। प्रशासन ने बताया कि पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन के कारण बुरी तरह से बाधित हो गए है। जिसके कारण कई मार्गो पर वाहनों की लंबी कतार लग गई हैं।
बारिश के कारण लारजी व पंडोह बांध के चार गेट खोले
अधिकारी ने बताया कि ब्यास नदी के कैचमेंट क्षेत्र में देर रात से लगातार हो रही बारिश के चलते राज्य विद्युत परिषद ने 126 मेगावाट क्षमता के लारजी बांध और बीबीएमबी ने पंडोह बांध के गेट चार गेट खोल दिए हैं। बता दें बारिश के चलते भुंतर में ब्यास का जल स्तर 30580 क्यूसेक पहुंच गया और पंडोह बांध में जलस्तर 43328 क्यूसेक तक पहुंच गया हैं। इसके कारण लारजी बांध के गेट 21 मीटर तक खोलकर 10582 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं पंडोह बांध से 15610 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा हैं।