कांग्रेस नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के.बी. कोलीवाड ने हरियाणा विधानसभा चुनाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के खिलाफ मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले ने हरियाणा में पार्टी की संभावनाओं को प्रभावित किया है।
Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में लौटती नजर आ रही है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के.बी. कोलीवाड ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले का असर हरियाणा में पार्टी की संभावनाओं पर पड़ा है।
कोलीवाड का MUDA घोटाले पर बयान
बेंगलुरु में मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कोलीवाड ने कहा कि हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान MUDA घोटाला एक अहम विषय रहा, जिसने कांग्रेस पर गहरा प्रभाव डाला। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह अपने पूर्व के बयान पर कायम हैं, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दरमैया से अपने पद से इस्तीफा देने की अपील की थी।
सिद्दरमैया को सीएम पद से देना चाहिए इस्तीफा
कोलीवाड ने कहा, "मैं अपना बयान वापस नहीं ले सकता कि सीएम सिद्दरमैया को इस्तीफा देना चाहिए और जांच का सामना करना चाहिए। मैंने यह बयान कांग्रेस पार्टी के हित में दिया है।" उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बयान पार्टी के हित में था। कोलीवाड ने यह भी बताया कि वे सक्रिय राजनीति में नहीं हैं, लेकिन वे पार्टी को बचाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
कोलीवाड ने कहा, 'एआईसीसी नेतृत्व मुझे चेतावनी क्यों देगा? मैं कांग्रेस का एक वरिष्ठ नेता हूं और एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का मित्र हूं। मैंने अपनी राय व्यक्त कर दी है।' कर्नाटक कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष कोलीवाड ने आगे कहा, 'मुझे समझ में नहीं आता कि कंठराज आयोग की रिपोर्ट जाति जनगणना पर कैसे अवैज्ञानिक मानी जा सकती है। किसी भी समुदाय के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और इस मामले में देरी करने का कोई कारण नहीं है।'
सिद्धरमैया को 136 विधायकों का मिला समर्थन
मैं जाति जनगणना रिपोर्ट के कार्यान्वयन का समर्थन करता हूं। जब जाति जनगणना चल रही थी, मैंने कई स्थानों का दौरा किया और उप-जातियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। 26 सितंबर को, कर्नाटक कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष कोलीवाड ने कहा था कि पार्टी को शर्मिंदगी से बचाने के लिए मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
कोलीवाड ने कहा, "सिद्धरमैया ने जन-समर्थक कार्यक्रम चलाए हैं और उन्हें 136 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। फिर भी, मैं सिद्धरमैया से इस स्तर पर इस्तीफा देने और पार्टी की मदद करने की अपील करता हूं, क्योंकि MUDA के कारण कांग्रेस को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है।"