चीन ने अपनी एयरलाइंस को बोइंग से जेट डिलीवरी और अमेरिका से एयरक्राफ्ट पार्ट्स की खरीद रोकने का आदेश दिया है। चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एविएशन बाजार है।
China-US Tariff War: चीन ने अपनी एयरलाइंस को अमेरिकी कंपनी बोइंग से जेट की डिलीवरी और एयरक्राफ्ट पार्ट्स की खरीद रोकने का आदेश दिया है। यह कदम अमेरिका को तगड़ा झटका दे सकता है।
चीन, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एविएशन बाजार है, ने Boeing से जुड़े व्यापार में restrictions लागू कर दिए हैं। चीन ने Chinese airlines को बोइंग से जेट्स की डिलीवरी न लेने का फरमान सुनाया है। इसके साथ ही, एयरक्राफ्ट से जुड़े machinery और parts की खरीद भी अब रुकने वाली है।
चीन की कार्रवाई का असर
अमेरिका और चीन के बीच trade war (ट्रेड वॉर) ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को हिलाकर रख दिया है। Trump's tariffs ने चीन पर 145% टैरिफ लगा दिया है, वहीं, चीन ने भी बदला लेते हुए अमेरिका पर 125% टैरिफ लगाया है। इससे चीन की एयरलाइंस को बड़ा नुकसान हो सकता है।
बोइंग 737 मैक्स और अन्य विमानों की स्थिति
Boeing 737 Max विमानों की चीन के एयरलाइन बेड़े में डिलीवरी होने वाली थी, लेकिन चीन द्वारा इसे रोकने के बाद अमेरिका को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। चाइना सदर्न एयरलाइंस, एयर चाइना, और जियामेन एयरलाइंस को बोइंग की ओर से तैयार किए गए विमानों का इंतजार था।
Boeing ने 2018 में चीन को अपने विमानों का 25% सप्लाई किया था, लेकिन 2019 में कुछ दुर्घटनाओं के बाद 737 Max को चीन ने ग्राउंड कर दिया था।
ट्रंप प्रशासन ने electronics जैसे फोन और कंप्यूटर पर चीन समेत अन्य देशों से शुल्क में छूट दी है। इसके बावजूद, चीन का कहना है कि अमेरिका ने टैरिफ को लेकर एकतरफा फैसला लिया है।