हरियाणा चुनावों के लिए अपने 'संकल्प पत्र' की घोषणा करते हुए कांग्रेस ने जनता से कई प्रमुख वादे किए हैं। कांग्रेस ने कहा है कि अगर वह हरियाणा में सरकार बनाती है, तो ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS), मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) और गैस सिलेंडर 500 रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा।
चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों के संदर्भ में कांग्रेस ने बुधवार को अपना घोषणा पत्र पेश किया है। पार्टी ने अपने 'संकल्प पत्र' में यह वादा किया है कि यदि वह सत्ता में आती है, तो हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त प्रदान करेगी और 25 लाख रुपये तक का चिकित्सा उपचार निःशुल्क कराएगी। इसके साथ ही, कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को MSP की कानूनी सुरक्षा दी जाएगी। यदि उनकी फसल को कोई क्षति होती है, तो उन्हें तुरंत मुआवजा मिलेगा। महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए, कांग्रेस ने अपने 'संकल्प पत्र' में वादा किया है कि उन्हें हर महीने 2000 रुपये दिए जाएंगे और गैस सिलेंडर केवल 500 रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा।
कांग्रेस के संकल्प पत्र में क्या-क्या है?
कांग्रेस ने अपने 'संकल्प पत्र' में कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं, जो हरियाणा के चुनावी मैदान में पार्टी के दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हैं:
* पेंशन: सत्ता में आने पर बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं को 6000 रुपये की मासिक पेंशन दी जाएगी।
* ओपीएस (Old Pension Scheme): पार्टी ने ओपीएस को लागू करने का वादा किया है।
* आरक्षण: जातिगत सर्वे किया जाएगा और क्रीमी लेयर की सीमा को बढ़ाकर 10 लाख रुपये किया जाएगा।
* नशा मुक्त हरियाणा: नशे की समस्या को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्धता जताई गई है।
* भर्ती: भर्ती विधान के तहत 2 लाख पक्की भर्तियां की जाएंगी।
* इसके अलावा कांग्रेस ने अपने संकल्प पत्र के माध्यम से युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं, और दिव्यांगों समेत सभी वर्गों को लुभाने की कोशिश की हैं।
कांग्रेस कर रही सत्ता में वापसी की उम्मीद
कांग्रेस इस बार हरियाणा में सत्ता में वापसी की उम्मीद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ 10 साल की एंटी-इन्कंबैंसी के आधार पर कर रही है। पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 90 में से 40 सीटें जीती थीं और जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। वहीं, कांग्रेस को 31 सीटें मिली थीं और वह लगातार दूसरी बार सत्ता से बाहर रह गई थी।
इस बार कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं, जो विभिन्न वर्गों को आकर्षित कर सकते हैं। परिणामस्वरूप, 8 अक्टूबर को चुनाव परिणाम ही यह तय करेंगे कि सत्ता की बागडोर किसके हाथ में जाती हैं।