‘इंडिया’ गठबंधन की ऐतिहासिक जीत के बाद हेमंत सोरेन रविवार को राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इसके बाद 26 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। इससे पहले विधायकों की बैठक होगी।
Jharkhand: इंडिया गठबंधन की शानदार जीत के बाद, हेमंत सोरेन रविवार को राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इसके बाद संभावना है कि हेमंत सोरेन 26 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले, मुख्यमंत्री आवास पर इंडिया गठबंधन के विधायकों की बैठक होगी, जिसमें हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। कांग्रेस विधायकों की बैठक भी होगी, जिसमें नई सरकार के गठन और स्वरूप पर चर्चा की जाएगी।
हेमंत सोरेन की ऐतिहासिक जीत
झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन ने अभूतपूर्व दो तिहाई बहुमत प्राप्त किया है। महज 56 सीटों के साथ, हेमंत सोरेन ने भाजपा को झारखंड में कड़ी शिकस्त दी, और महज 24 सीटों पर सिमट कर रह गई। ये चुनाव परिणाम झारखंड की राजनीति में एक नया मोड़ साबित हुए हैं क्योंकि हेमंत सोरेन की सरकार ने लगातार दूसरी बार सत्ता में आने का इतिहास रच दिया है। झामुमो और इंडिया गठबंधन ने राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में प्रचंड जीत हासिल की, जिससे भाजपा को बड़ा झटका लगा।
झामुमो का लगातार दूसरी बार शानदार प्रदर्शन
झामुमो ने इस चुनाव में 43 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें से 34 सीटों पर जीत हासिल की। इसके साथ ही, झामुमो ने लगातार दूसरी बार सबसे बड़ी पार्टी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया। वहीं, कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की और राजद ने 4 सीटों पर विजय प्राप्त की। भाजपा और उसके सहयोगी आजसू ने केवल 21 और 1 सीटों पर ही जीत दर्ज की। भाजपा को पिछले चुनाव के मुकाबले 4 सीटों का नुकसान हुआ।
झामुमो के स्ट्राइक रेट का दबदबा
झारखंड चुनाव में हेमंत सरकार के 4 मंत्री और 25 विधायक हार गए। हारने वाले मंत्रियों में मिथिलेश ठाकुर, बैद्यनाथ राम, बेबी देवी और बन्ना गुप्ता शामिल हैं। दूसरी ओर, झामुमो ने 79.06 प्रतिशत सीटों पर विजय प्राप्त की, जबकि भाजपा के सहयोगी आजसू का स्ट्राइक रेट बेहद खराब रहा, केवल 10 प्रतिशत के साथ एक ही सीट जीतने में सफल रहा।
झारखंड चुनाव की बड़ी जीतें और हार
झारखंड चुनाव में कुछ उम्मीदवारों ने बड़ी जीत दर्ज की, जिनमें कांग्रेस की नीसत आलम, मंत्री दीपक बिरूआ, और झामुमो के स्टीफन मरांडी ने अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को बड़े अंतर से हराया। वहीं, कुछ उम्मीदवारों को मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा, जैसे जेपी पटेल, बैजनाथ राम और पुष्पा देवी, जो सैकड़ों वोटों से चुनाव हार गए।
विधानसभा में आने वाले नए चेहरे
इस चुनाव में कई नए चेहरे विधानसभा में पहुंचे हैं, जिनमें झामुमो के धनंजय सोरेन, आलोक सोरेन और राजमहल से मो ताजुद्दीन, कांग्रेस की नीसत आलम, और माले के चंद्रदेव महतो शामिल हैं। भाजपा के कई उम्मीदवार भी पहली बार विधानसभा पहुंचे, जिनमें बड़कागांव से रोशनलाल चौधरी और झरिया से रागिनी सिंह शामिल हैं।
झारखंड में हेमंत सरकार की नई शुरुआत
हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू किया है। जहां भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है, वहीं झामुमो और इंडिया गठबंधन ने अपने मजबूत नेतृत्व के साथ राज्य में सत्ता की बागडोर फिर से संभाली है।