Rajasthan: झुंझुनू के एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से महिला की हालत गंभीर, खराब किडनी बताकर सही किडनी निकाली

Rajasthan: झुंझुनू के एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से महिला की हालत गंभीर, खराब किडनी बताकर सही किडनी निकाली
Last Updated: 29 मई 2024

राजस्थान के झुंझुनूं में एक धनखड़ नाम से निजी अस्पताल के डॉक्टर ने पीड़ित महिला की खराब किडनी निकालने के स्थान पर सही किडनी निकाल दी। इस मामले में महिला पथरी की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास गई थी। झुंझुनूं जिले के नूंआ निवासी ईद बानों की हालत गंभीर बनी हुई है।

जयपुर न्यूज़: जयपुर में फर्जी ऑर्गन ट्रांसप्लांट का मामला अभी खत्म नहीं हुआ था कि झुंझुनूं के एक निजी अस्पताल में भी एक किडनी मामला सामने आया है। दरअसल, पथरी का ईलाज करवाने गई महिला की एक किडनी खराब बताकर डॉक्टरों ने उसकी दूसरी सही किडनी निकाल ली। समय पर इलाज नहीं मिलने से अब पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं सूचना मिलते ही प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

महिला पथरी का इलाज कराने गई थी अस्पताल

मिली जानकारी के अनुसार नूआं गांव की निवासी 30 वर्षीय महिला ईद बानो को पथरी की शिकायत थी। इलाज करवाने के लिए वह झुंझुनूं जिला के एक निजी अस्पताल धनखड़ पहुंची। जहां अस्पताल के संचालक डॉ. संजय धनखड़ ने महिला को बताया कि पथरी के कारण उसकी दांईं तरफ वाली किडनी खराब हो गई है तो उसे निकालना पड़ेगा। इस दौरान परिजनों के सहमति जताने पर 15 मई को महिला का ऑपरेशन किया गया।

खराब की जगह सही किडनी निकाली

ऑपरेशन के दौरान डॉ. संजय धनखड़ ने महिला के दाएं तरफ की बजाय बाएं ओर की सही किडनी निकाल दी। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद नूआं  गांव आने पर 17 मई को जब ईद बानो की तबीयत ज्यादा खराब हुई, तो डॉ. संजय धनखड़ के पास फिर ले जाया गया। तब धनखड़ ने उन्हें जयपुर ले जाने की बात कही और 15 मई को हुए ऑपरेशन के बारे में किसी को भी नहीं बताने के लिए बानो के परिजनों को मना किया।

महिला को जयपुर SMS में ले जाने को कहा

जब परिजन ईद बानो को जयपुर के अस्पताल SMS में लेकर पहुंचे, तो सामने आया कि डॉ. धनखड़ ने खराब हो चुकी किडनी की जगह सही किडनी निकाल दी। इसके बाद जयपुर के चिकित्सकों ने उसे वहां से ले जाने को कहा। तो ईद बानो के परिजन उसे वापस घर लेकर पहुंचे। इस विवाद के सामने आने के बाद डॉ. संजय धनखड़ भी नूआं पहुंचे और परिवार के लोगों को पैसे देने और कहीं पर ईलाज करवाने  के लिए पैसे देने का ऑफर दिया।

आरोपी डॉक्टर पर की कार्रवाई

इस बीच सोमवार को जब मामला सार्वजनिक हुआ तो जांच के दौरान पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। मंगलवार को चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देश पर धनखड़ अस्पताल का पंजीकरण भी रद्द कर दिया गया है। इसके साथ ही अस्पताल का सरकारी योजनाओं की सूची से भी नाम हटा दिया गया। झुंझुनू SDM ने अस्पताल की जांच करवाई के लिए आदेश जारी किया।

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