अखिलेश यादव ने महाकुंभ निमंत्रण पर सवाल उठाते हुए कहा कि आस्था के आयोजनों में लोग खुद आते हैं। जर्मनी की बैलेट वोटिंग प्रक्रिया का जिक्र कर ईवीएम पर भरोसा बढ़ाने की बात कही।
Mahakumbh 2025: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ 2025 को लेकर दिए जा रहे निमंत्रण पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता। यह आस्था का आयोजन है, जहां लोग खुद आते हैं। हमने अपने धर्म में सीखा है कि ऐसे आयोजनों में श्रद्धालु अपनी आस्था से आते हैं। करोड़ों लोगों को क्या निमंत्रण भेजा जाएगा? यह सरकार की अनोखी सोच है।"
कुम्भ में सहायता को लेकर सपा का रुख
अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ का आयोजन सही तरीके से हो, इसके लिए उनकी पार्टी सरकार को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "हमने कुंभ की हकीकत भी चेक कराई है, जो उजागर हो चुकी है।"
सीएम हाउस को लेकर दिया विवादित बयान
अखिलेश यादव ने सीएम हाउस और अन्य सरकारी परिसरों में अवैध निर्माण को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, "सीएम हाउस में खुदाई करवाई जाए, वहां शिवलिंग मिलेगा। राज्यपाल के घर में भी अवैध निर्माण हो रहा है।"
जर्मनी में बैलेट वोटिंग का जिक्र
अखिलेश यादव ने जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां आज भी बैलेट पेपर से वोट डाले जाते हैं। उन्होंने कहा, "हमें भी अपनी चुनावी प्रक्रिया पर भरोसा लौटाना होगा। ईवीएम को लेकर जनता में भरोसा कम हो रहा है। जर्मनी की सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम को असंवैधानिक करार दिया है।"
महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में
प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। यूपी सरकार युद्धस्तर पर व्यवस्थाएं कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं।
सरकार पर निशाना
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता बदलाव की ओर देख रही है। उन्होंने कहा, "हम हारें या जीतें, हमें अपनी संस्थाओं पर भरोसा करना होगा। जनता का भरोसा ही लोकतंत्र की नींव है।"