महाराष्ट्र में नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होते ही कांग्रेस पार्टी की चिंता बढ़ गई है। अब पार्टी को अपने ही बागियों से खतरा महसूस होने लगा है। इसी कारण, पार्टी बागियों को मनाने में जुट गई है।
Maharashtra: महाराष्ट्र चुनाव 2024 के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और अब कांग्रेस पार्टी की चिंता बढ़ती जा रही है। पार्टी को अपने ही बागियों से खतरा महसूस होने लगा है। इस स्थिति को देखते हुए, कांग्रेस ने बागियों को मनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। पार्टी के नेतृत्व ने अपने सभी नेताओं को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी बागी अपना नामांकन वापस ले लें।
बागियों को मनाने में जुटी कांग्रेस पार्टी
कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने अपने नेताओं को निर्देश दिया है कि वे सभी बागी उम्मीदवारों से नामांकन वापस लेने के लिए सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि राज्य विधानसभा चुनावों में एमवीए सहयोगियों के बीच किसी भी प्रकार की लड़ाई नहीं होनी चाहिए। चेन्निथला ने यह दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने महायुति सहयोगियों की सीटों पर कब्जा कर लिया है, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ समान व्यवहार किया है।
महायुति और एमवीए की बढ़ती चुनौतियाँ
महाराष्ट्र में प्रमुख राजनीतिक दलों को अपने कार्यकर्ताओं के बीच विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है। टिकट से वंचित पार्टी नेताओं ने अपने ही नेतृत्व को चुनौती देते हुए 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। यह स्थिति महायुति और एमवीए दोनों के लिए एक बड़ी सिरदर्दी बन गई है।
कांग्रेस को उम्मीद, बागी अपना नामांकन वापस लेंगे
एमवीए में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) शामिल हैं, वहीं महायुति में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का समावेश है। महाराष्ट्र के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी, चेन्निथला ने बताया कि उनकी पार्टी के नेता नसीम खान को समाजवादी पार्टी से बातचीत करने के लिए कहा गया है। उन्हें विश्वास है कि बागियों द्वारा नामांकन वापस लेने का मुद्दा 4 नवंबर तक सुलझ जाएगा।
सपा से भी चल रही बातचीत
उन्होंने कहा कि सभी बागी वापस लौट जाएंगे। एमवीए में कोई आपसी टकराव नहीं होगा। बालासाहेब थोराट, विजय वडेट्टीवार और नाना पटोले बागियों से संवाद करेंगे। उन्होंने कहा, "एमवीए की सरकार बनाना हमारा मुख्य उद्देश्य है," साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि विपक्षी सहयोगी राज्य विधानसभा चुनाव को अनुशासन के साथ लड़ेंगे। महायुति गठबंधन को "अजीब" बताते हुए चेन्निथला ने यह आरोप लगाया कि भाजपा ने सहयोगी एनसीपी और शिवसेना को आवंटित सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में कोई महायुति नहीं है, बल्कि केवल भाजपा ही चुनाव लड़ रही है।