सीएम एकनाथ शिंदे ने सोमवार को आस्था और हिंदू एकता पर बल दिया और राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की सराहना की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र संतों और वीरों की भूमि है। मैंने हमेशा धर्म को अपनाया है और मानवता की भलाई के लिए कार्य किया है। उनके लिए हिंदू एकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Thane: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को आस्था और हिंदू एकता पर बल देते हुए राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की प्रशंसा की। सनातन राष्ट्र सम्मेलन को संबोधित करते समय, जय श्रीराम के नारों के बीच उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा महसूस हो रहा है जैसे मैं अयोध्या में हूं। मैं संतों की शिक्षाओं को आगे बढ़ाने का सिलसिला जारी रखूंगा।
हिंदू एकता मेरे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण: एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र संतों और वीरों की भूमि है। मैंने हमेशा धर्म को अपनाया है और मानवता की सेवा में कार्य किया है। हिंदू एकता मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने 2020 में पालघर जिले में दो साधुओं की निर्मम हत्या की घटना को याद करते हुए कहा कि उस समय सत्ता में मौजूद लोग मौन रहे। उनका इशारा उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चल रही महाविकास आघाड़ी सरकार की ओर था।
पालघर की घटना को किया याद
एकनाथ शिंदे का यह बयान न केवल धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में सुरक्षा और शांति का माहौल बनाने की भी आवश्यकता को रेखांकित करता है। पालघर में साधुओं की हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था, और ऐसे मामलों से निपटना बेहद महत्वपूर्ण है।
उनका यह संदेश लोगों को एकजुट करने और साम्प्रदायिक सद्भाव को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल हो सकता है। इस तरह के बयानों से समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा मिल सकता है, जो सभी के लिए फायदेमंद है।