Mhow Violence: महू हिंसा मामले में 13 गिरफ्तार, 4 के खिलाफ एफआईआर दर्ज, सीसीटीवी से हुई उपद्रवियों की पहचान जारी

Mhow Violence: महू हिंसा मामले में 13 गिरफ्तार, 4 के खिलाफ एफआईआर दर्ज, सीसीटीवी से हुई उपद्रवियों की पहचान जारी
अंतिम अपडेट: 1 दिन पहले

मध्य प्रदेश के महू में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के जश्न के दौरान भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना में 4 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें करीब 40 नामजद आरोपियों को चिन्हित किया गया हैं।

इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर के पास महू में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के जश्न के दौरान पथराव और आगजनी की घटना सामने आई। इस मामले में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि मोती महल टॉकीज के पास हुए उपद्रव के बाद महू थाने में 17 नामजद सहित अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं।

जानकारी के अनुसार, घटना के बाद देर रात क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई थी, लेकिन प्रशासन और पुलिस की सतर्कता से हालात को नियंत्रित कर लिया गया। 

कैसे भड़की हिंसा?

जानकारी के मुताबिक, रविवार रात महू में 100 से अधिक लोग 50 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर जश्न मना रहे थे। जब यह जुलूस जामा मस्जिद के पास पहुंचा, तो वहां पटाखे फोड़ने को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया, जिसके बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं।

क्या हुआ नुकसान?

12 मोटरसाइकिल, 2 ऑटो और 1 कार को आग के हवाले कर दिया गया। 2 दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। पथराव में कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए।घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। महू थाना प्रभारी राहुल शर्मा के अनुसार, पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो की जांच कर रही है। मुख्य आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जा रही है। जिन लोगों ने नकाब पहनकर पथराव और पेट्रोल बम फेंके, उनकी भी पहचान की जा रही हैं।

गिरफ्तार आरोपियों पर क्या कार्रवाई होगी?

इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। कुछ आरोपियों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई हो सकती है। पुलिस ने अब तक चार एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें 40 नामजद आरोपी शामिल हैं। पुलिस को मिले बयान के अनुसार, हिंसा में शामिल लोग पहले से योजना बनाकर आए थे। 

एफआईआर में दर्ज एक पीड़ित के अनुसार, उपद्रवियों ने धमकी दी थी, "हमने तो पहले से प्लान करके रखा हुआ था। तुम चिल्ला-चिल्लाकर जश्न मनाओगे तो आज तुम्हारा इलाज कर देंगे। अगर फिर से हमारे सामने जुलूस निकाला तो तुम्हें खत्म कर देंगे।" हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है। सुबह इलाके में शांति बहाल कर दी गई और सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। महू में फिलहाल पुलिस का कड़ा पहरा है, ताकि दोबारा कोई उपद्रव न हो सके।

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