नेपाल में भूस्खलन के बाद त्रिशूली नदी के तेज बहाव में यात्रियों से भरी दो बस बह गई। बचावकर्मियों ने तुरंत घटना स्थल पर पहूंचकर भूस्खलन के कारण गिरे मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ने इस हादसे पर शोक जताया हैं. बता दें यह घटना शुक्रवार तड़के 3:35 बजे हुई।
काठमांडू: नेपाल में मदन-अश्रित हाईवे पर तेज बारिश के चलते भूस्खलन की घटना हो गई, जिसके बाद दो बस त्रिशूली नदी में गिरकर तेज बहाव में बह गईं। इन दोनों बसों में घटना के समय कुल 65 यात्री सवार थे। काठमांडू मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। यह हादसा शुक्रवार (१२ जुलाई) तड़के 3:35 बजे हुआ। अधिकारियों ने कहां कि त्रिशूली नदी का बहाव बारिश के कारण काफी तेज़ होने से राहत और बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है. प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने इस दुर्घटना को लेकर सोशल मिडिया पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया।
राहत कार्य में जुटे सुरक्षाकर्मी
नेपाल में जून महीने से हो रही मूसलाधार मानसूनी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं काफी ज्यादा बढ़ गई हैं। शुक्रवार को हुई घटना के बाद मेडिकलकर्मियों के साथ सेना और पुलिस के जवान राहत और बचाव कार्य में लग गए। पुलिस ने जानकारी के आधार पर बताया कि काठमांडू से गौर जा रही बस में 41 लोग और बीरगंज से काठमांडू आ रही बस में 24 यात्री सवार थे। इस हादसे में अभी तक मरने वाले 11 लोगों में सात भारतीय भी शामिल हैं, अन्य लोगो की अभी तलाश जारी हैं।
हादसे में जीवित बचे लोगों ने सुनाई दास्तां
भूस्खलन के हादसे से बचने वाले रौतहट के रहने वाले नंदन दास ने बताया कि मुगलिन में खाना खाने के बाद बस आगे बढ़ गई और लगभग डेढ़-दो घंटे के बाद यह हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि ऊपर सड़क से खिसकते हुए बस पलट कर नदी में गिर गई. नदी में गिरने के बाद बस की खिड़की से वह बाहर निकलकर रात के अंधेरे चट्टान और झाड़ी को पकड़ते हुए किनारे पर पहुंच गया।
जोगेश्वर राय ने बताया कि मैं किसी तरह पानी में गिरते-खिसकते किनारे पर आ गया। राय ने कहां उनके साथ बेटा, बेटी, पोता-पोती और उनकी पत्नी भी बस में सफर कर रही थी. उन पाँचों में से केवल मैं अकेला हूँ जो बच कर नदी से बाहर आ पाया हूं. बस हादसे में तलाशी के दौरान मिले घायलों को सुरक्षा टीम ने गाड़ी से अस्पताल पहुँचाया। अभी अन्य लोगों की तलाश जारी हैं।