PM Modi: नई दिल्ली में आज से शुरू होगा पहला बोडो लैंड महोत्सव, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन

PM Modi: नई दिल्ली में आज से शुरू होगा पहला बोडो लैंड महोत्सव, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन
Last Updated: 1 घंटा पहले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 6:30 बजे नई दिल्ली के भारतीय खेल प्राधिकरण इंदिरा गांधी खेल परिसर में प्रथम बोडो लैंड महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान वह जनसमूह को संबोधित करेंगे, और महोत्सव 16 नवंबर को समाप्त होगा।

New Delhi: पीएम नरेंद्र मोदी आज शाम 6:30 बजे नई दिल्ली स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण इंदिरा गांधी खेल परिसर में पहले बोडो लैंड महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे। महोत्सव का समापन 16 नवंबर को होगा। भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने महोत्सव की पूर्व संध्या पर यह जानकारी दी।

बोडो समाज की संस्कृति और भाषा का होगा उत्सव

आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, दो दिवसीय महोत्सव बोडो समाज के निर्माण और शांति बनाए रखने के लिए भाषा, साहित्य और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण आयोजन है। इसका उद्देश्य न केवल बोडो लैंड बल्कि असम, पश्चिम बंगाल, नेपाल और पूर्वोत्तर के अन्य अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले बोडो लोगों को एकीकृत करना है। महोत्सव का विषय 'समृद्ध भारत के लिए शांति और सद्भाव' रखा गया है। इसमें बोडो समुदाय के साथ-साथ बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के अन्य समुदायों की समृद्ध संस्कृति, भाषा और शिक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। महोत्सव का उद्देश्य बोडोलैंड की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत, पारिस्थितिक जैव विविधता और पर्यटन स्थलों का लाभ उठाना है।

बोडो शांति समझौते की उपलब्धि का उत्सव

यह महोत्सव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में 2020 में बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद से सुधार और उबरने की महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मना रहा है। इस शांति समझौते से न केवल बोडो लैंड में दशकों से चले आ रहे संघर्ष, हिंसा और जानमाल के नुकसान की समस्या से निजात मिली, बल्कि यह समझौता अन्य शांति समझौतों के लिए प्रेरणास्रोत भी बना।

बोडो संस्कृति और साहित्य पर होगी चर्चा

महोत्सव में बोडो संस्कृति, परंपराओं, भाषा और साहित्य पर आयोजित सत्र मुख्य आकर्षण होंगे। इन सत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के माध्यम से मातृभाषा में शिक्षा की चुनौतियां और अवसरों पर भी चर्चा की जाएगी। साथ ही, बोडोलैंड क्षेत्र के पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सांस्कृतिक बैठकें और 'जोशपूर्ण बोडो लैंड' के निर्माण पर विषयगत चर्चा सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।

पांच हजार से अधिक लोग होंगे शामिल

इस महोत्सव में बोडो लैंड क्षेत्र, असम, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, देश के अन्य भागों तथा पड़ोसी राज्यों नेपाल और भूटान से आने वाले पांच हजार से अधिक सांस्कृतिक, भाषाई और कलाप्रेमी भाग लेंगे।

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