राजस्थान के मालपुरा में देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के बागी उम्मीदवार नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। दोनों के बीच किसी मुद्दे पर विवाद हुआ था। नरेश मीणा को टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से बाहर कर दिया गया था। इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Who Is Naresh Meena: राजस्थान के टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव के दौरान एक थप्पड़ कांड ने सियासत में हलचल मचा दी। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने मतदान के दौरान एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया, जिससे चुनावी माहौल में तनाव फैल गया। घटना के दौरान पुलिस ने नरेश मीणा को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
कौन है Naresh Meena?
राजस्थान के मालपुरा में देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान एक विवादास्पद घटना घटी, जब कांग्रेस के बागी नेता नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया। यह घटना उस समय हुई जब मीणा, जो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं, और एसडीएम के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। यह थप्पड़ कांड सियासी गलियारों में सुर्खियां बन गया है और दोनों के बीच तनाव बढ़ गया है।
सचिन पायलट के करीबी समर्थक रहे हैं नरेश मीणा
नरेश मीणा को कांग्रेस नेता सचिन पायलट के करीबी और बड़े समर्थक के रूप में पहचाना जाता है। हालांकि, जब उन्हें उपचुनाव के लिए कांग्रेस से टिकट नहीं मिला, तो वह बागी हो गए और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतर गए। कांग्रेस ने उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए दबाव डाला, लेकिन मीणा ने पार्टी के आदेश को नकारते हुए चुनावी मैदान में बने रहने का फैसला किया। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। उनकी बगावत के बाद, नरेश मीणा ने अपनी राजनीतिक पहचान को और मजबूती से स्थापित किया, खासकर पायलट गुट के समर्थक के तौर पर।
एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ क्यों मारा?
घटना के दौरान नरेश मीणा और एसडीएम अमित चौधरी के बीच कहासुनी हो गई, जिसके बाद गुस्से में आकर मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मीणा एसडीएम पर टूटते हुए नजर आते हैं। इस वीडियो में मीणा की त्वरित प्रतिक्रिया और गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया और चुनावी माहौल और गर्म हो गया।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक नरेश मीणा की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की है। मीणा के समर्थकों ने घटना के बाद जमकर नारेबाजी की, और यह मामला अब चुनावी राजनीति में और भी गर्मी ला सकता है। आगामी कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। इस बीच, एसडीएम थप्पड़ कांड ने चुनावी राजनीति को एक नई दिशा दी है, जिसमें मीणा की गिरफ्तारी और चुनावी संघर्ष अब अहम मुद्दा बन चुका है।