पीड़िता के परिवार का आरोप है कि जब वे प्रेमचंद के पास गए, तो उसने मैरिज होम का गेट नहीं खोला, जिससे आरोपी को वहां से भागने का मौका मिल गया। परिवार का कहना है कि पीड़िता को मैरिज होम में ही गड्ढा खोदकर दफनाने की योजना बनाई गई थी। इस मैरिज होम में एक खोदा हुआ गड्ढा भी पाया गया था।
Agra: आगरा में दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपी के सहयोगी, भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री और अखिल भारतीय राष्ट्रीय कुशवाह महासभा के राष्ट्रीय सचिव प्रेमचंद कुशवाह को बचाने की कोशिश की जा रही थी। यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी को बचाने के लिए उस पर मैरिज उसे शांति भंग का मामला दर्ज कर जेल भेजने की कोशिश कर रही है।
इस घटना के बाद पीड़िता के परिवार और जाटव महापंचायत ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस पर बढ़ते दबाव के कारण, शुक्रवार को पाक्सो कोर्ट में प्रेमचंद कुशवाह को तलब करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया है। इस मामले में 27 अगस्त को सुनवाई होगी। इस मामले में मुकदमे में एससी/एसटी एक्ट की धारा भी बढ़ा दी गई है, और एसीपी सदर सर्किल को विवेचना की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
किशोरी के साथ हुआ दुष्कर्म
सदर क्षेत्र में 16 वर्षीय किशोरी के साथ ताल फिरोज खां में भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री प्रेमचंद कुशवाह के मैरिज होम माधव भवन में बुधवार रात को दुष्कर्म की एक भयानक घटना हुई। मुख्य आरोपित भीमसेन उर्फ भीमा ने किशोरी को धमकी देकर अपने साथ ले गया, जो कि पूर्व भाजपा नेता का चालक है। भीमा को गुरुवार को जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने प्रेमचंद कुशवाह को लिया हिरासत में
उनके परिजनों का आरोप है कि कुछ भाजपा नेताओं की सिफारिश के कारण पुलिस पर दबाव था। गुरुवार को प्रेमचंद का शांति भंग के मामले में चालान किया गया और उन्हें एसीपी कोर्ट में पेश किया गया। जब जमानत प्रार्थना पत्र पेश नहीं किया गया, तब उन्हें जेल भेज दिया गया। अनुसचित जाति की एक किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक्स पर पोस्ट किया था। इस मामले में जाटव महापंचायत ने आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है और मैरिज होम पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रही है। पुलिस पर आरोप है कि वह पूर्व भाजपा नेता को बचाने का प्रयास कर रही है, जिसके चलते वह बैकफुट पर आ गई है।
पीड़िता ने अदालत में छेड़छाड़ का दिया बयान
पुलिस ने पीड़ित किशोरी के अदालत में बयान दर्ज किए। विवेचक ने इन बयानों का अवलोकन कर लिया है। किशोरी ने भीमा को आरोपित बताया है, जिसने नशे की हालत में उसे पकड़कर ले जाकर छेड़छाड़ की। पीड़िता के मेडिकल परीक्षण से पहले चिकित्सक ने उसके बयान को लिख लिया था, जिसमें उसने बताया कि भीमा ने उसके साथ गलत कार्य किया है। महापंचायत ने कहा, मैरिज होम अवैध है जाटव महापंचायत और पीड़िता के परिवार ने पूर्व भाजपा नेता पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए अधिकारियों को प्रार्थना पत्र सौंपा है। उन्होंने मैरिज होम की वैधता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह अवैध है, और इसकी जांच की जानी चाहिए कि यह किसकी भूमि पर बना है। इसके मानचित्र की स्वीकृति और बैनामा किसके नाम पर है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
पीड़िता के लिए न्याय की लड़ाई
मैरिज होम में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म के मामले में डा. आंबेडकर अनुयायी एकता फाउंडेशन भी पीड़िता के समर्थन में खड़ा हो गया है। संगठन के अध्यक्ष आशीष प्रिंस ने कहा कि बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। अनुसचित जाति की एक बेटी को मैरिज होम में गड्ढा खोदकर दफनाने की कोशिश की जा रही थी। उन्होंने मैरिज होम पर बुलडोजर चलाने की मांग की। फाउंडेशन ने स्पष्ट किया है कि वह पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए उसका मुकदमा लड़ेगा।
पीड़िता के परिवार से मिले राज्यसभा के सदस्य
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन ने शुक्रवार को पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रथम दृष्टया आरोपित को बचाने का प्रयास किया गया। यह घटना सत्ताधारी पक्ष से जुड़े एक प्रभावशाली व्यक्ति के मैरिज होम में हुई। पीड़िता के माता-पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह परिवार को आर्थिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करे। राज्यसभा सदस्य के साथ सपा नेता धर्मेंद्र प्रधान, सलीम शाह, पूर्व ब्लाक प्रमुख अभय सिंह, पप्पू यादव, अशफाक आदि भी उपस्थित थे।