Sambhal Violence Update: संभल हिंसा के आरोपियों को लेकर खुलासा, प्रशासन ने जारी की फोटो

Sambhal Violence Update: संभल हिंसा के आरोपियों को लेकर खुलासा, प्रशासन ने जारी की फोटो
Last Updated: 27 नवंबर 2024

संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें 21 दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया और तीन की मौत हो गई। पुलिस ने सभी गिरफ्तार दंगाइयों की तस्वीरें भी सार्वजनिक की हैं।

Sambhal Violence: संभल के शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान 24 नवम्बर को भड़की हिंसा के आरोपियों की तस्वीरें अब पुलिस ने जारी की हैं। इस हिंसा में कुल 21 दंगाइयों को दो दिन पहले जेल भेजा गया था, जिनकी तस्वीरें अब सार्वजनिक की गई हैं। इस घटना में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 25 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हिंसा में भारी नुकसान हुआ है, जिसमें कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया और सार्वजनिक संपत्ति को भी नष्ट किया गया है। प्रशासन ने इस नुकसान का आकलन करना शुरू कर दिया है और उपद्रवियों से नुकसान की भरपाई करने की योजना बनाई जा रही है।

कैसे भड़की हिंसा? 

यह हिंसा तब शुरू हुई जब कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी महाराज ने दावा किया कि संभल की जामा मस्जिद असल में हरिहर मंदिर है। इस दावे को लेकर उन्होंने सिविल कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें जामा मस्जिद का सर्वे कराए जाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने इस याचिका पर आदेश दिया कि सात दिनों के भीतर सर्वे रिपोर्ट पेश की जाए। इसके तहत रविवार सुबह सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची, और जैसे ही टीम को देखा, लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, सर्वे कार्य सही तरीके से चल रहा था, लेकिन अचानक भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद मौके पर अफरातफरी मच गई और हिंसा भड़क उठी।

सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान

हिंसा के दौरान कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया और सार्वजनिक संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ। प्रशासन इस नुकसान का आकलन कर रहा है और उसका कहना है कि यह भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी। सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त रुख

संभल हिंसा के आरोपियों पर रासुका लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हिंसा के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। पुलिस ने बताया कि इन उपद्रवियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी और इस हिंसा के पीछे किसी तरह की साजिश हो सकती है, इसलिए इस पहलू की भी जांच की जा रही है। एक सवाल जो इस हिंसा के साथ जुड़ा है, वह यह है कि इतनी बड़ी संख्या में पत्थर कहां से आए, क्योंकि कुछ ही मिनटों में इतने पत्थर जमा नहीं किए जा सकते। पुलिस अब इस साजिश के बारीकी से जांच कर रही है और इस हिंसा में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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