Sambhal Violence Update: संभल हिंसा पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सांसद और विधायक के बेटे पर केस दर्ज

Sambhal Violence Update: संभल हिंसा पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सांसद और विधायक के बेटे पर केस दर्ज
Last Updated: 25 नवंबर 2024

संभल में हिंसा फैलाने के आरोप में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक के बेटे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने जनता को उकसाकर हिंसा भड़काने का काम किया।

Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। उपद्रवियों को पकड़ने के लिए रातभर छापेमारी की गई, वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक के बेटे सोहेल इकबाल पर केस दर्ज किया गया है। सांसद पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर हिंसा भड़काई, मस्जिद के बाहर भीड़ एकत्र की और फिर उसे उकसाया, जिससे हिंसा का प्रसार हुआ।

कार्रवाई के दौरान 21 लोगों को किया गिरफ्तार 

संभल में हिंसा के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस को तैनात किया गया है। इलाके में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं ताकि अफवाहें न फैलें। 25 नवंबर को स्कूलों की छुट्टी भी घोषित कर दी गई थी। इस हिंसा के मामले में अब तक दो महिलाओं समेत 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कई अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद किए हैं।

हिंसा को लेकर अधिकारी का बयान

मुरादाबाद संभागीय आयुक्त ने बताया कि मस्जिद का सर्वे शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था, लेकिन कुछ लोग वहां इकट्ठा हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। जब पुलिस ने इलाके को खाली कराने की कोशिश की, तो उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया। अधिकारियों का कहना है कि हिंसा को जानबूझकर उकसाया गया था और इसका उद्देश्य शांति को भंग करना था।

संभल हिंसा में 4 की मौत

संभल में हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के रूप में हुई है। नौमान और बिलाल अंसारी को रात 11 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस घटना को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई है। आरोप है कि पुलिस की फायरिंग से ये मौतें हुईं और वीडियो भी भेजे गए हैं।

संभल में बाहरी लोगों की एंट्री पर बैन

संभल हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने बाहरी लोगों की एंट्री पर एक दिसंबर तक प्रतिबंध लगा दिया है। इस बीच भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने हिंसा के शिकार मृतकों के परिवारों से मिलने का ऐलान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर गोली चलाई, जिससे कई लोगों की जान चली गई।

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