Sawan 2024: राजेश्वर मंदिर मेला आज से होगा शुरू, आगरा शहर में भारी वाहन का प्रवेश रहेगा वर्जित; जानिए मंदिर का इतिहास

Sawan 2024: राजेश्वर मंदिर मेला आज से होगा शुरू, आगरा शहर में भारी वाहन का प्रवेश रहेगा वर्जित; जानिए मंदिर का इतिहास
Last Updated: 21 जुलाई 2024

श्रावण मास शुरू हो रहा है। पहले सोमवार को राजेश्वर महादेव मंदिर पर मेला लगेगा। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ का शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है। वहीं आगरा के शिवालयों और प्रमुख मंदिरों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कांवड़ियों के मार्ग पर कोई भी वाहन नहीं चलेगा और नो एंट्री भी नहीं खुलेगी।

आगरा: पवित्र श्रावण मास 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। श्रावण के पहले सोमवार पर राजपुर चुंगी स्थित राजेश्वर महादेव मंदिर पर भव्य मेला सजाया जाएगा। इसकी शुरुआत रविवार (आज) से होगी। इसके लिए पूरे क्षेत्र को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। मंदिर पर भी शानदार सजावट की जा रही है। श्रावण मास के पहले सोमवार पर लगने वाले भव्य मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मंदिर तक पहुंचने वाले मार्ग पर छोटी-बड़ी दुकानें सज चुकी हैं। घरों और मंदिर को आकर्षक विद्युत सजावट से सजाया गया है। 21 जुलाई को शाम 4:30 बजे मेले का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा और इसके साथ ही मेला शुरू हो जाएगा।

रविवार रात से शुरू होगी पूजा

मंदिर ट्रस्ट के सह सचिव यशपाल सिंह तोमर पप्पू ने बताया कि उद्घाटन के बाद रविवार रात 2:30 बजे से मंदिर में महंत दिलीप गोस्वामी और केपी गोस्वामी के निर्देशन में पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी। 22 जुलाई को सुबह सबसे पहले कांवड़ चढ़ाने वाले श्रद्धालु पहुंचेंगे। सावन के पहले सोमवार को मंदिर में करीब 300 कांवड़ और 400 कलश जल चढ़ाया जाएगा। दिनभर मंदिर के पट खुले रहेंगे और श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे।

क्या है मंदिर का इतिहास

राजेश्वर महादेव मंदिर लगभग 850 साल पुराना माना जाता है। इसके दर्शन के लिए केवल आगरा से नहीं, बल्कि कई राज्यों से श्रद्धालु आते हैं। मंदिर के महंत दिलीप गोस्वामी ने बताया कि राजाखेड़ा के एक साहूकार यह शिवलिंग मध्य प्रदेश की नर्मदा नदी से लाए थे और इसे राजाखेड़ा में स्थापित करना चाहते थे। रात हो जाने के कारण वे राजपुर चुंगी क्षेत्र में रुक गए।

रात में उन्हें स्वप्न आया कि भोले बाबा का शिवलिंग यहीं स्थापित करें। साहूकार ने स्वप्न पर विश्वास नहीं किया और अगली सुबह शिवलिंग को बैलगाड़ी में रखकर आगे बढ़ने लगे, लेकिन बैलगाड़ी वहीं रुक गई। शिवलिंग अचानक बैलगाड़ी से गिरकर जमीन पर स्थापित हो गया। कई प्रयासों के बाद भी शिवलिंग नहीं हटा, जिसके बाद उसी स्थान पर राजेश्वर महादेव का मंदिर बना। यह शिवलिंग 24 घंटे में तीन बार रंग बदलता हैं।

कांवड़िया रूट पर भारी वाहनों पर रहेगी रोक

रामबाग चौराहे से एत्माद्दौला तिराहा, यमुना किनारा, आगरा किला, अमर सिंह गेट से तारघर चौराहा, क्लब चौराहा, मधु नगर, रोहता चौराहे होते हुए कांवड़िये गुजरते हैं। इन मार्गों पर भारी वाहनों का आवागमन पूर्णतः बंद रहेगा।

*  हाथरस से आगरा आने वाले भारी वाहन सादाबाद से सिकंदराराऊ या मथुरा की ओर भेजे जाएंगे।

*  फिरोजाबाद से जयपुर जाने वाले भारी वाहन दक्षिणी बाइपास से गुजरेंगे।

* अलीगढ़ से आने वाले सभी वाहन खंदौली से मुड़ी चौराहा और एत्मादपुर होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर आएंगे।

* जलेसर और एटा की ओर से आगरा आने वाले सभी वाहन मुड़ी चौराहा और एत्मादपुर होकर राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर आएंगे।

* रामबाग से हाथरस जाने वाले भारी वाहन यमुना एक्सप्रेसवे से जाएंगे।

 

 

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