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TMC का PM मोदी को पत्र, पहलगाम हमले पर संसद में चर्चा की मांग

TMC का PM मोदी को पत्र, पहलगाम हमले पर संसद में चर्चा की मांग
अंतिम अपडेट: 1 दिन पहले

TMC ने पहलगाम हमले पर संसद में विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। पार्टी ने विपक्षी दलों से समर्थन मांगा और खुफिया एजेंसियों की विफलता पर जवाबदेही तय करने पर जोर दिया है।

New Delhi: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है और इस घटना पर संसद में खुलकर चर्चा करने के लिए विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। TMC के संसदीय दल ने संसद के सेंट्रल हॉल में एक अहम बैठक की, जिसमें इस भयावह हमले की समीक्षा की गई और सरकार से पारदर्शिता की उम्मीद जताई गई। पार्टी की सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने बताया कि सभी TMC सांसदों ने मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेजा है जिसमें विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया गया है ताकि पूरे देश के सामने इस घटना पर खुलकर चर्चा हो सके।

पहलगाम हमला और इसकी गंभीरता

पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी और कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। यह घटना केवल एक आतंकवादी हमला नहीं थी, बल्कि सुरक्षा एजेंसाओं की खुफिया विफलता को भी उजागर करती है। TMC ने इस खुफिया विफलता पर गंभीर सवाल उठाए हैं और सरकार से इस मामले में जवाबदेही तय करने की मांग की है। काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि जब देश के सामने इतने बड़े हमले की चपेट में आ गया है तो यह समझना बेहद जरूरी है कि आखिर हम इस तरह की घटनाओं को रोकने में क्यों असफल रहे।

संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग

TMC के संसदीय दल की बैठक में यह तय किया गया कि प्रधानमंत्री से मांग की जाए कि वे संसद का एक विशेष सत्र बुलाएं, जहां पहलगाम हमले समेत आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर विस्तार से चर्चा हो सके। पार्टी का मानना है कि इस प्रकार की गंभीर घटनाओं पर खुलकर और पारदर्शी तरीके से चर्चा करना जरूरी है ताकि सुरक्षा संबंधी खामियों को पहचाना जा सके और उन्हें सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें। यह विशेष सत्र न केवल हमले के कारणों को समझने का अवसर देगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने में भी मदद करेगा।

विपक्षी दलों से समर्थन की अपील

TMC ने इस मुद्दे पर अन्य विपक्षी दलों से भी समर्थन मांगा है। पार्टी का मानना है कि आतंकवाद जैसी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बड़ी समस्या पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर काम करना चाहिए। काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि केवल एक पार्टी के प्रयास से इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता, इसलिए पूरे विपक्ष को इस मुद्दे पर साथ आकर सरकार पर दबाव बनाना होगा ताकि देश की सुरक्षा बेहतर बनाई जा सके। TMC की यह अपील इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे सरकार पर पारदर्शिता बरतने और गंभीर मुद्दों पर जवाबदेही सुनिश्चित करने का दबाव बढ़ेगा।

आतंकवाद से निपटने के लिए ठोस कदम जरूरी

पहलगाम हमले के बाद देश में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और भी तेज हो गई है, लेकिन TMC का कहना है कि केवल सुरक्षा बलों की कार्रवाई ही काफी नहीं है। हमें अपनी खुफिया एजेंसियों को और मजबूत करना होगा और उन्हें समय पर सटीक जानकारी मुहैया करानी होगी ताकि हम आतंकवादी हमलों को पहले ही रोक सकें। इसके लिए कानून व्यवस्था में सुधार और बेहतर निगरानी प्रणाली लागू करना आवश्यक है। पार्टी ने सरकार से मांग की है कि वह इस दिशा में तेजी से काम करे ताकि देश की जनता सुरक्षित महसूस कर सके।

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