समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद पर भूमि खरीद-फरोख्त में रुपये के लेन-देन के मामले में मारपीट और अपहरण का आरोप लगा है। पीड़ित ने नगर कोतवाली में तहरीर दी है, जिसमें अजीत का नाम शामिल है। हालांकि, अब पीड़ित अपने बयान में यह कह रहा है कि अजीत इस मामले में शामिल नहीं हैं। नगर कोतवाल ने बताया कि रवि तिवारी से पूछताछ की जा रही है।
UP News: भूमि खरीद-फरोख्त में रुपये के लेन-देन को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद और उनके साथियों पर मारपीट और अपहरण का आरोप लगाया गया है। पीड़ित ने इस संबंध में नगर कोतवाली में तहरीर दी है। दिलचस्प बात यह है कि अजीत प्रसाद को सपा ने मिल्कीपुर उप चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार भी घोषित किया है।
अजित पर मारपीट का लगा आरोप
रवि कुमार तिवारी, जो पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पलिया रिसाली का निवासी है, उसने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने परिचित शीतला प्रसाद की भूमि को अजीत प्रसाद और लालबहादुर के नाम बैनामा कराने में मध्यस्थता की थी। इसके बदले में अजीत ने उन्हें चेक के माध्यम से एक लाख रुपये दिए थे। अब रवि ने इस लेन-देन को लेकर मारपीट और अपहरण का आरोप लगाया है।
आरोप में पीड़ित व्यक्ति का किया अपरहण
रवि का आरोप है कि शनिवार को वह सिविल लाइंस स्थित भारतीय स्टेट बैंक के पास खड़े थे, तभी अजीत प्रसाद अपने साथी राजू यादव, एक सिपाही और 10-15 अज्ञात लोगों के साथ पांच चार पहिया वाहनों में आए। उन्होंने रवि को घसीट कर गाड़ी में बैठा लिया। इस घटना के बाद रवि ने नगर कोतवाली में तहरीर दी है और मामले की जांच चल रही है।
रवि ने सपा नेता के खिलाफ कराई FIR
रवि तिवारी का आरोप है कि अजीत प्रसाद ने उन्हें वाहन में ले जाते समय मारपीट की और तहसील सदर के पास उतारकर एक लाख रुपये वापस ले लिए। उन्होंने इस घटना का वीडियो भी बनाया। रवि ने नगर कोतवाली में तहरीर दी है, लेकिन नगर कोतवाल अश्विनी पांडेय के अनुसार, अब रवि अपने बयान में अजीत के शामिल न होने की बात कह रहे हैं। इस मामले में तहरीर और पीड़ित के बयान में विरोधाभास पाया गया है।