उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के "बंटेंगे तो कटेंगे" बयान के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) ने लखनऊ में कई जगहों पर पोस्टर लगाए हैं। यह पोस्टर मुख्यमंत्री के बयान का विरोध कर रहे हैं, जिसमें उनका कहना था कि अगर समाज में बंटवारा होगा तो उसका परिणाम कटने के रूप में होगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान 'बंटेंगे तो कटेंगे' पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पोस्टर वार का सिलसिला जारी है। शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक और पोस्टर लगाया, जिसमें लिखा था, "तुम बटने-कटने का राग लिखो, हम तारीख का हिसाब लिखेंगे।" यह पोस्टर सपा नेता मोहम्मद इखलाक ने लगवाया था, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर निशाना साधने का प्रयास किया गया है।
पोस्टर में कई और स्लोगन थे, जैसे "तुम नफरत का योग लिखो, हम तरक्की का संयोग लिखेंगे," और "तुम जमीन पर जुल्म लिखो, हम आसमान में पीडीए का इंकलाब लिखेंगे।" इसके साथ ही, महंगाई और कानून-व्यवस्था पर भी छोटे-छोटे चित्र दर्शाए गए हैं। इसके अलावा, पोस्टर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनके अन्य नेताओं शिवपाल यादव और आदित्य यादव की तस्वीरें भी लगाई गई हैं।
मुख्यमंत्री आवास के पास भी एक पोस्टर लगाया गया, जिसमें अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ लिखा था, "जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे।" यह पोस्टर सपा नेता मृत्युंजय यादव बिट्टू और आशुतोष गुप्ता ने लगाया था। इस दौरान, भाजपा की तरफ से भी 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाला पोस्टर मुख्यमंत्री आवास के चौराहे पर देखा गया, जो भाजपा नेता अभय सिंह द्वारा लगाया गया था। इस तरह, राजनीतिक बयानबाजी और पोस्टर वॉर अब राज्य की सियासी गर्मी को और बढ़ा रहे हैं।
पोस्टर में अखिलेश को बनाया 'श्रीकृष्ण'
शुक्रवार को वाराणसी में समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक और पोस्टर लगाया, जिसमें 'संकल्प 2024, लक्ष्य 2027' लिखा गया था। इस पोस्टर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भगवान श्री कृष्ण और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अर्जुन की भूमिका में दर्शाया गया था। इस पोस्टर ने खासा ध्यान आकर्षित किया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना।
इसी के साथ, गोरखपुर में भाजपा की तरफ से 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले पोस्टर लगाए गए थे। इसके जवाब में सपा ने 'जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे' के पोस्टर लगाए, जो काफी चर्चा में रहे। यह पोस्टर वार विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच राजनीतिक बयानबाजी का एक और उदाहरण है, जो आगामी चुनावों के मद्देनजर लगातार बढ़ती जा रही हैं।