प्रियंका गांधी द्वारा उपचुनाव में 4,10,931 वोटों के भारी अंतर से जीत एक बड़ी राजनीतिक उपलब्धि है। उन्होंने इस जीत के अंतर से 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की जीत के अंतर को भी पीछे छोड़ दिया हैं।
केरल: प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जो उनके राजनीतिक करियर का पहला चुनाव था। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, सीपीआई उम्मीदवार सत्यन मोकेरी, को 4,10,931 वोटों के भारी अंतर से हराया। प्रियंका को कुल 6,22,338 वोट मिले, जबकि सत्यन को 2,11,407 वोट मिले। भाजपा की नव्या हरिदास 1,09,939 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहीं।
यह सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी, जिन्होंने अमेठी से सांसद बने रहने का फैसला किया था। प्रियंका ने इस उपचुनाव में अपने भाई राहुल गांधी द्वारा 2019 में वायनाड में बनाए गए लगभग 4 लाख वोटों के जीत के अंतर का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
प्रियंका ने भाई राहुल को भी दी मात
वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी पहली चुनावी जीत के साथ न केवल एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया बल्कि अपने भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड से 6,47,445 वोट हासिल कर 59.69% वोट शेयर के साथ सीपीआई की एनी राजा को 3,64,422 वोटों के अंतर से हराया था। उस चुनाव में एनी राजा को 2,83,023 वोट मिले थे, जबकि भाजपा के के. सुरेंद्रण को मात्र 1,41,045 वोट मिले थे।
इस उपचुनाव में, प्रियंका गांधी ने न केवल 6,22,338 वोट हासिल किए, बल्कि करीब 65% वोट शेयर के साथ सीपीआई उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को 4,10,931 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया। यह अंतर न केवल राहुल गांधी की जीत के मार्जिन से कहीं अधिक है, बल्कि यह प्रियंका गांधी की बढ़ती लोकप्रियता और कांग्रेस के लिए एक नई उम्मीद का संकेत हैं।
प्रियंका की ऐतिहासिक जीत
वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा की ऐतिहासिक जीत पर सभी की नजरें टिकी हुई थीं, खासकर यह देखने के लिए कि क्या वे अपने भाई राहुल गांधी की तरह बड़ी जीत हासिल कर पाएंगी। 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड सीट से 7,06,367 वोट प्राप्त कर सीपीआई के पीपी सुनीर को 4,31,770 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। उस समय पीपी सुनीर को 2,74,597 वोट मिले थे।
हालांकि, प्रियंका गांधी ने 2019 में राहुल गांधी को मिले वोटों से कम 6,22,338 वोट हासिल किए, लेकिन उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सत्यन मोकेरी को 4,10,931 वोटों के विशाल अंतर से हराया। यह उनके राजनीतिक करियर के पहले चुनाव में एक शानदार शुरुआत हैं।