यूक्रेन ने यह दावा किया है कि रूस में उत्तर कोरिया की सेना को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस बात की चिंता जताई जा रही है कि उत्तर कोरिया की सेना रूस के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ सक्रिय हो सकती है। इन आरोपों पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि यदि उत्तर कोरियाई सेना यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए तैनात होती है, तो वे भी लक्षित बन सकते हैं।
North Korean Army in Russia: यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूस में उत्तर कोरिया की सेना को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस बात को लेकर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं कि उत्तर कोरिया की सेना रूस के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ सक्रिय हो सकती है। इन आरोपों पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा है कि यदि उत्तर कोरियाई सेना यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई के लिए तैनात होती है, तो वे भी लक्षित बन सकते हैं।
निशाने पर उत्तर कोरिया की सेना
23 अक्टूबर की शाम को व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, "यदि उत्तर कोरियाई सेना यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए तैनात होती है, तो वे भी लक्ष्य बन जाएंगे। यूक्रेनी सेना उत्तर कोरियाई सैनिकों के खिलाफ उसी प्रकार से लड़ेगी जैसे वे रूसी सैनिकों के खिलाफ लड़ रही हैं।"
किर्बी ने यह भी बताया कि अमेरिका इस स्थिति को गंभीरता से देख रहा है। हमें अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ये सैनिक रूसी सेना के साथ मिलकर उत्तर कोरिया की सेना के खिलाफ युद्ध करेंगे या नहीं, लेकिन जो रिपोर्टें सामने आ रही हैं, वे चिंता का विषय हैं।
अंतरराष्ट्रीय नियमों का हो रहा उल्लंघन- अमेरिका
किर्बी ने बताया कि उत्तर कोरिया की सेना के साथ रूस का सहयोग संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों का उल्लंघन करता है। इसके साथ ही, उत्तर कोरिया से हथियारों की खरीद और सैन्य प्रशिक्षण भी अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने यह भी कहा कि इस बात के सबूत हैं कि रूस में उत्तर कोरिया के सैनिक मौजूद हैं।
रूस ने उत्तर कोरिया का किया समर्थन
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि ये सभी निराधार हैं। वहीं, रूस ने भी उत्तर कोरिया के सैन्य बलों की तैनाती की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उसने उत्तर कोरिया के साथ अपने सैन्य सहयोग का समर्थन किया है। रूस ने सोमवार को स्पष्ट किया कि उत्तर कोरिया के साथ हमारा सहयोग दक्षिण कोरिया के सुरक्षा हितों के खिलाफ नहीं है। प्योंगयांग और मॉस्को के बीच सहयोग की शुरुआत उत्तर कोरिया की स्थापना के समय से हुई थी, और 2022 में यूक्रेन के साथ युद्ध ने दोनों देशों के बीच संबंधों को और भी मजबूत किया है।