डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक जीत के साथ अमेरिका में राजनीतिक माहौल में बदलाव आया है, और इसके साथ ही बांग्लादेश की राजनीति में भी हलचल मच गई है। शेख हसीना की पार्टी 'अवामी लीग' अब ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए माहौल बनाने में जुटी हुई है। अवामी लीग का मुख्य लक्ष्य शेख हसीना को फिर से बांग्लादेश का प्रधानमंत्री बनाने का हैं।
ढाका: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक जीत के साथ ही बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति में भी बदलाव आ रहा है। ट्रंप की दोबारा सत्ता में वापसी के बाद बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने माहौल बनाने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। अवामी लीग शेख हसीना को फिर से बांग्लादेश का प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में प्रयास कर रही हैं।
वहीं, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अवामी लीग को "फासीवादी" पार्टी करार दिया है और उस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इससे पहले, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने अवामी लीग के छात्र संघ शाखा पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह विवाद उस समय बढ़ा जब शेख हसीना और उनकी पार्टी के नेताओं को सरकार के खिलाफ खड़ा होने पर और पार्टी के अधिकांश शीर्ष नेताओं को जेल या निर्वासन में रहने के कारण संघर्ष का सामना करना पड़ा।
शेख हसीना की पार्टी हुई एक्टिव
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बांग्लादेश से भागने के तीन महीने बाद उनकी पार्टी अवामी लीग ने 10 नवंबर, रविवार को ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन रैली का आह्वान किया है। अगस्त में छात्रों के विद्रोह के बाद से अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को लगातार हमलों का सामना करना पड़ा है। इस कठिन समय में पार्टी अपने अधिकांश शीर्ष नेतृत्व के जेल में या निर्वासन में रहने के कारण खुद को फिर से संगठित करने की कोशिश कर रही है। विरोध रैली का आयोजन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
अंतरिम सरकार ने शनिवार को जारी एक बयान में अवामी लीग के विरोध की भावना को स्पष्ट किया। बयान में कहा गया कि उनका विरोध देश के लोगों के अधिकारों को छीनने, कट्टरपंथी ताकतों के उदय, और आम लोगों के जीवन को बाधित करने की साजिश के खिलाफ है। अवामी लीग ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस मौजूदा शासन के कुशासन के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन में भाग लेने का आग्रह किया। पार्टी इस रैली के माध्यम से यह संदेश देना चाहती है कि वह अपने अस्तित्व और बांग्लादेश की लोकतांत्रिक स्थिति की रक्षा के लिए संघर्ष कर रही हैं।
ट्रंप के बहुत करीब हैं पूर्व पीएम शेख हसीना
शेख हसीना और उनकी पार्टी अवामी लीग को अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी के करीबी रिश्ते के रूप में देखा जाता है, खासकर डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद। अवामी लीग ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद बधाई संदेश भेजा था, जिसमें शेख हसीना को बांग्लादेश का प्रधानमंत्री बताया गया। अवामी लीग की रिपब्लिकन पार्टी से करीबी की यह स्थिति तब और स्पष्ट हुई, जब पार्टी ने शेख हसीना के नेतृत्व को बढ़ावा दिया और ट्रंप प्रशासन के साथ अपने अच्छे संबंधों को बनाए रखा।
वहीं, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार, जो मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में काम कर रही है, अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ करीबी रिश्ते रखने के लिए जानी जाती है। यूनुस को बाराक ओबामा प्रशासन के दौरान शांति का नोबल पुरस्कार मिला था। इससे पहले, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने अवामी लीग के छात्र विंग 'स्टूडेंट लीग' पर बैन लगा दिया। सरकार ने 2009 के आतंकवाद विरोधी कानून के तहत स्टूडेंट लीग पर यह प्रतिबंध लगाया, जिसमें कहा गया कि यह संगठन सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों में शामिल था।