दिवाली फेस्टिवल पर रोक: कनाडा में हिंदुओं का विरोध, जानें इसकी वजह

दिवाली फेस्टिवल पर रोक: कनाडा में हिंदुओं का विरोध, जानें इसकी वजह
Last Updated: 30 अक्टूबर 2024

कनाडा में हिंदू, सिख, बौद्ध, और जैन समुदाय लगभग 2.5 मिलियन की जनसंख्या के साथ एक महत्वपूर्ण सामाजिक और सांस्कृतिक आधार का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये समुदाय विभिन्न क्षेत्रों में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने कनाडा की विविधता और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Canada Diwali: वर्तमान समय में भारत और कनाडा के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं, जिसका प्रभाव वहां रहने वाले हिंदुओं पर भी देखने को मिल रहा है। कनाडाई सरकार ने दिवाली उत्सव को रद्द कर दिया है। दरअसल, कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलीवर और कंजरवेटिव पार्टी ने 2024 का दिवाली उत्सव रद्द करने का निर्णय लिया है।

इसके परिणामस्वरूप हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन समुदायों में भारी नाराजगी का माहौल उत्पन्न हो गया है। कनाडा हिंदू फोरम ने इस निर्णय की निंदा करते हुए इसे कनाडा के विविध सांस्कृतिक समुदायों के प्रति असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि दिवाली, जो प्रकाश और एकता का त्योहार है, का आयोजन करना समुदाय के एक बड़े हिस्से की अनदेखी करना है।

दिवाली उत्सव का रद्द होना राजनीतिक तुष्टीकरण का संकेत

कनाडा हिंदू फोरम का मानना है कि दिवाली उत्सव को रद्द करने का निर्णय राजनीतिक तुष्टीकरण का परिणाम है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जैसे लोगों ने इस पर्व का सम्मान किया है, लेकिन कनाडा की कंजरवेटिव पार्टी के नेता ने समुदायों की भावनाओं को नजरअंदाज किया है। यह निर्णय यह दर्शाता है कि कुछ नेताओं के लिए सांस्कृतिक समारोह और धार्मिक महत्व का स्थान राजनीति के मुकाबले कम है।

कनाडा के योगदान देने वाले समुदाय

कनाडा में हिंदू, सिख, बौद्ध, और जैन समुदाय लगभग 2.5 मिलियन की जनसंख्या के साथ एक महत्वपूर्ण सामाजिक और सांस्कृतिक स्तंभ का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये समुदाय विज्ञान, शिक्षा, स्वास्थ्य, और व्यवसाय जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देते रहे हैं। इनकी अनदेखी करना कनाडा की संस्कृति और विकास में उनके योगदान को नजरअंदाज करने के समान है। इस संदर्भ में, हिंदू फोरम ने इस स्थिति को कनाडा के समाज के लिए एक कमजोर पहलू बताया है।

कनाडा हिंदू फोरम ने सही नेता चुनने पर दी सलाह

कनाडा हिंदू फोरम ने आगामी चुनावों के संदर्भ में बताया है कि यह बेहद जरूरी है कि समुदाय एकजुट होकर अपने सांस्कृतिक अधिकारों और मूल्यों की रक्षा के लिए सही नेता का चयन करें। फोरम ने कहा कि समुदायों को अब उन नेताओं का समर्थन करना चाहिए जो विविधता और संस्कृति का सम्मान करते हैं और उनकी भावनाओं को समझते हैं। ऐसे नेताओं को आगे बढ़ाना चाहिए जो सम्मान और समावेशिता का समर्थन करते हों।

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